चिराग पासवान ने पीएम को लिखा खत
लोजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और उनके सांसद पुत्र चिराग पासवान ने शुक्रवार को मोदी सरकार को नौ अगस्त से पहले गोयल को एनजीटी के चेयरमैन पद से हटाने और एससी एसटी एक्ट पर अध्यादेश लाने का अल्टीमेटम दिया था। पासवान ने संसद में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार के समर्थन में बोलते हुए भी एससी एसटी एक्ट पर घेरने के संकेत दिए थे। चिराग पासवान ने इस मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखा और विरोध दर्ज कराया था।
आखिर क्या किया जस्टिस गोयल ने
जस्टिस एके गोयल सुप्रीम कोर्ट की उस बेंच में शामिल थे जिसने 20 मार्च 2018 को दलित उत्पीड़न कानून के गैरजमानती प्रावधानों को खत्म करने का फैसला दिया था। दलित वोटबैंक को लेकर इस मसले पर एनडीए के भीतर गैर भाजपा दल एकजुट होते दिखाई दे रहे हैं। इस मसले पर पर जदयू भी अब लोजपा के साथ खड़ा होकर भाजपा के लिए मुश्किल पैदा करने लगा है।
जदयू ने उठाए सवाल
जदयू ने भी लोजपा की मांग का समर्थन किया है। पार्टी के नेता केसी त्यागी ने कहा कि दलित रक्षा के कानून में छेड़छाड़ की गई तो इसका विरोध स्वाभाविक है। त्यागी ने नौ अगस्त को इसके विरोध में देशव्यापी आंदोलन में रामविलास पासवान के शामिल होने के फैसले को जायज बताया। उन्होंने चेतावनी भरे लहज़े में कहा कि जब 2019 में दलित ही वोट नहीं करेगा तो एनडीए सत्ता में कहां से बैठ पाएगा। इसलिए हमें उनके हितों पर ध्यान देना जरूरी है।