झारखंड जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने इस आशय का प्रस्ताव तैयार कर लिया है। इस प्रस्ताव को नौ जून को पटना में हो रही पार्टी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सहमति के लिए पेश करने की योजना है। बैठक में चर्चा के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की सहमति मिलने के पक्के आसार हैं। जदयू हाल में अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम आदि कई राज्यों के विधानसभा चुनावों में एनडीए से अलग स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ चुका है। जदयू नेता बार बार यह कहते भी आ रहे हैं कि भाजपा के साथ उसका गठबंधन सिर्फ बिहार में है।
इस बात की पूरी उम्मीद व्यक्त की जा रही है कि झारखंड में जदयू की भाजपा से राहें अलग होंगी। हालांकि जदयू का झारखंड में जदयू का जनाधार नहीं के बराबर है पर लोकसभा चुनाव में एनडीए साथ मिलकर लड़ा। जानकारों की मानें तो विधानसभा चुनाव में अलग राह पकड़ने के पीछे जदयू नेतृत्व का भाजपा पर दबाव बनाने की रणनीति है। केंद्रीय मंत्रीमंडल में शामिल नहीं होने का फैसला कर पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव की व्यूहरचना शुरु कर दी है। इसी कड़ी में इसे भी देखा जाने लगा है।