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कोसी का विकराल रूप, बाढ़ में गई 30 जानें, दस जिले प्रभावित

locationपटनाPublished: Jul 15, 2019 05:23:20 pm

Submitted by:

Brijesh Singh

Kosi River: कोसी का पानी लगातार बढ़ने से नदी विकराल रूप धारण कर चुकी है। 10 जिले बाढ़ से बुरी तरह तबाह हैं। अब तक 30 लोगों की जिंदगियां बाढ़ ने लील ली है।

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कोसी का विकराल रूप, बाढ़ में गई 30 जानें, दस जिले प्रभावित

( पटना, प्रियरंजन भारती ) । लगातार बारिश से कोसी नदी ( Kosi River ) एक बार फिर विकराल रूप धारण कर चुकी है। अब तक 30 लोग बाढ़ ( Flood ) की चपेट में आकर जान गंवा बैठे हैं। मधुबनी में 7 और दरभंगा में 4 जगह तटबंध टूट गए। बाढ़ का पानी तटबंध टूटने से घरों में घुस गया। इससे 30 लोग डूबकर मर चुके हैं। कोसी और सीमांचल में हालत ज्यादा खराब हो गई। कोसी ने सुपौल में विकराल रूप धारण कर लिया। कोसी बैराज के 56 फाटक खोल दिए जाने से 12 दर्जन से अधिक गांव जलमग्न हो गए। सुपौल में पानी की धार मद्धिम पड़ती जा रही है, पर कटिहार में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इससे कई प्रखंडों के गांव जलमग्न हो गए। लोग सुरक्षित स्थानों के लिए पलायन कर गए। कोसी बराज ( Kost Barage ) के पूर्वी तटबंध के 83.90 मी स्तर पर पानी बह रहा है।


अररिया में जिला परिसदन और डीटीओ बिल्डिंग डूब गई है।न वगछिया प्रखंड में जलप्रलय के हालात हैं। बिहपुर और खरीक प्रखंडों के आधे दर्जन से अधिक गांवों में पानी ने तबाही मचा डाली। लोगों को घरों से भागकर ऊंचे स्थानों पर शरण लेनी पड़ गई। बाढ़ से सबसे अधिक अररिया, किशनगंज, सुपौल, दरभंगा, शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण मुजफ्फरपुर और मधुबनी जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। बाढ़ पीड़ितों ने झंझारपुर और अररिया के एनडीए सांसदों का जबर्दस्त विरोध किया है। झंझारपुर सांसद रामप्रीत मंडल को नरुआर गांव में लोगों ने घेरकर खूब खरी खोटी सुनाई। वह कमला बलान नदी का तटबंध टूटने से बिगड़े हालात का जायजा लेने पहुंचे थे।

 

पीड़ित परिवारों को बाढ़ राहत का कोई भरोसा दिए बिना लौट रहे मंडल को गुस्साए लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ गया। वह बड़ी मुश्किल से भीड़ से बाहर निकाले जा सके। अररिया में भी पीड़ित परिवारों ने भाजपा सांसद प्रदीप सिंह का घेराव कर उन्हें खूब खरीखोटी सुनाई। लोगों ने ताने दिए कि क्या यही दिन देखने के लिए हमने वोट दिए थे? मुजफ्फरपुर में औराई और कटरा प्रखंडों में भी बाढ़ का पानी क ई गांवों में घरों के भीतर जा घुसा। इससे लोग भागकर सुरक्षित स्थानों में चले गए। राहत और बचाव कार्यों में अभी तक तेजी नहीं आने से लोगों का गुस्सा भी सातवें आसमान पर पहुंच रहा है। हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को हवाई सर्वे के बाद समीक्षा बैठक की और राहत व बचाव कार्य युद्धस्तर पर चलाने के निर्देश दिए।

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