सुप्रीम कोर्ट में फाड़ दी थी कुणाल की पुस्तक
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान आचार्य किशोर कुणाल की ‘अयोध्या रिविजिटेडÓ पुस्तक को लेकर विरोधी पक्ष ने विवाद खड़े करते हुए उसे फाड़ डाला था। उन्होंने बताया कि किताब में उसी स्थान पर प्राचीन मंदिर के अकाट्य प्रमाण पेश किए गये हैं।
नि:शुल्क भोजन मिलेगा
कुणाल ने कहा कि अयोध्या में अमावाराम मंदिर में रामभक्तों के लिए नि:शुल्क भोजन की शुरुआत जल्द ही की जाएगी। इसी तरह की रसोई जानकी जन्मस्थान सीतामढ़ी के पुनौरधाम में पहले ही से चलाई जा रही है।
किशोर कुणाल ने बताया कि अयोध्या में श्रीराम जन्मस्थान मंदिर के निर्माण के लिए महावीर मंदिर न्यास की ओर से दी जाने वाली राशि निर्माण की प्रक्रिया शुरु होते ही हस्तांतरित कर दी जाएगी। यदि दो वर्षों में मंदिर निर्माण पूरा होता है तो प्रति वर्ष पांच करोड़ अन्यथा पांच वर्षों की अवधि होगी तो प्रति वर्ष दो करोड़ राशि दी जाएगी।
दान से करते हैं स्कूल-अस्पतालों का संचालन
गौरतलब है कि महावीर मंदिर न्यास कई अस्पतालों और स्कूलों का संचालन मंदिर को दान में मिले पैसों से करता है। पटना के बहुचर्चित एस एस पी रहे किशोर कुणाल नौकरी छोड़ आचार्य बने और महावीर मंदिर न्यास बनाकर सामाजिक कार्यों में रूचि दिखाई।