पटना

लोकसभा चुनाव 2019: ‘युवा भारत की तकदीर’ नारा गुम, सभी जगह साठा उम्मीदवारों की भरमार

सबसे दिलचस्प तो गया से महागठबंधन के उम्मीदवार जीतन राम मांझी हैं। उनकी उम्र अभी 74 पार हो रही है…

पटनाMar 23, 2019 / 03:37 pm

Prateek

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(पटना,प्रियरंजन भारती): इस बार के लोकसभा चुनाव में ‘युवा भारत की तकदीर’ वाला नारा चौतरफा गुम हुआ दिख रहा है। चुनावों में जो दृश्य उभर रहे हैं उनमें साठा यानी साठ साल पार उम्मीदवारों की भरमार है। कई तो सत्तर से पार के उम्मीदवार हैं। पचास से ऊपर वाले उम्मीदवारो की भरमार हैं।

 

पटना से ही शुरु करें तो पटना साहिब से चुनाव लड़ रहे रविशंकर प्रसाद 64 वर्ष के हैं। 74 साल के बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा ने भी इसी सीट से चुनावी मैदान उतरने की घोषणा कर रखी हैं। भाजपा से टिकट कटने के बाद सिन्हा ने घोषणा की थी कि वह चुनाव जरूर लडेंगे भले ही उन्हें पार्टी बदलनी पड़े। पाटलिपुत्र में रामकृपाल यादव भी 62साल के हैं। आरा से एनडीए उम्मीदवार राजकुमार सिंह 66 साल के हैं। बक्सर से उम्मीदवार अश्विनी कुमार चौबे भी 66के हैं। बेगूसराय से चुनाव लड़ रहे गिरिराज सिंह भी इसी उम्र के हैं। इसी तरह मोतिहारी से एनडीए उम्मीदवार राधामोहन सिंह 69 के हैं। शिवहर की रामा देवी भी सत्तर की हैं। जबकि नालंदा से चुनाव लड़ रहे कौशलेंद्र कुमार 66 के और मुंगेर के राजीव रंजन सिंह 67 के हैं।

सबसे दिलचस्प तो गया से महागठबंधन के उम्मीदवार जीतन राम मांझी हैं। उनकी उम्र अभी 74 पार हो रही है। सासाराम से उम्मीदवार मीरा कुमार भी 65 के करीब हैं। पचास से पार उम्मीदवार सर्वाधिक हैं। नित्यानंद राय, अजय निषाद, वीणा देवी आदि कई उम्मीदवार अभी पचास की उम्र पार कर रहे हैं।

 
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