चयनितों की स्वास्थ्य जांच
पटना एम्स के अधीक्षक डॉ सी एम सिंह ने बताया की पटना एम्स 18 से लेकर 55 वर्ष के 18 लोगों का चयन कर चुकी है जिन्हें वैक्सीन का पहला डोज दिया जाएगा। पहले इनका मेडिकल चेकअप हो रहा है। यूरिन और ब्लड सैम्पल लिए जा रहें और आईसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार जिनकी रिपोर्ट सही रहेगी उन्हें वैक्सीन का पहला डोज दिया जाएगा। पहला डोज देने के बाद डॉक्टरों की टीम दो से -तीन घंटे अपने नजर में रखेगी, फिर उन्हें घर भेज देगी। फस्र्ट सेकंड और थर्ड तीन डोज में होगा इंजेक्शन का ट्रायल होगा।
प्लाज्मा थेरेपी भी
कोराना के इलाज के लिए पटना एम्स में प्लाज्मा थेरेपी भी शुरू की गई है। इसके माध्यम से पटना के 36 साल के एक मरीज का इलाज किया गया है। कोरोना की जंग जीत चुके लोग प्लाज्मा डोनेशन के लिए आगे आने लगे हैं, पर जरूरत के अनुसार यह काफी कम है।
रैपिड एंटीजन टेस्ट किट
बिहार में रैपिड एंटीजन टेस्ट किट से कोरोना मरीजों की जांच शुरू हो गई है। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि बिहार में एंटीजन टेस्ट किट से कोरोना संक्रमित की जांच सूबे के विभिन्न जिलों में शुरू हो चुकी है। उन्होंने बताया कि बिहार के विभिन्न जिलों में 40 हज़ार से ज्यादा की पहुंच गए हैं और इस किट से महज आधे घंटे में कोरोना संक्रमण की जांच हो जाती है। मंगल पांडेय ने कहा कि अभी तक प्रतिदिन 9 हज़ार से अधिक लोगों की जांच की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि, बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने की संख्या 73 प्रतिशत है। मंगल पांडेय ने दावा किया कि बिहार में कोरोना संक्रमित मरीज़ों के इलाज की दिशा में सरकार पूरी तरह से सचेत है।