इसी तरह कटिहार के सहेली में नूनीहाजी टोला गांव में भी पुलिस के गश्ती दल पर हमला कर दिया गया। लॉकडाउन में बाहर नहीं निकलने की बात समझा रही पुलिस पर एक तबके के ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। गौरतलब है कि मधुबनी में भी मंगलवार को पुलिस और प्रशासन की टीम पर हमला हो गया था जिसके चलते थाना प्रभारी और बीडीओ को जान बचाकर भागना पड़ा गया था। इस बीच तबलीगी जमात ने कोरोना संक्रमण के खतरे बढ़ा दिए हैं।
निजामुद्दीन के तबलीगी मरकज़ में शामिल होने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इसमें शामिल होने वालों की संख्या बढ़कर 162 हो गई बताई जा रही है। इनमें बिहार के 86 लोगों के अलावा विदेशी नागरिक भी हैं।
विदेशी नागरिकों की संख्या 57 बताई जा रही है। इन्हें ढूंढऩे की जिम्मेदारी एटीएस को दी गई और इन्हें लगभग ढूंढ़ लिया गया बताया जा रहा है। बिहार पुलिस ने इनमें से दस को ढूंढ़ निकाला है जबकि ज्यादातर अपने देशों को लौट गए बताए जा रहे हैं। हालांकि इस सूची के अलावा भी मरकज़ से लौटने वाले विदेशियों के बिहार में होने की बात बताई जा रही है। इनकी संख्या पचास बताई जा रही। पुलिस सूत्रों का दावा है कि इन्हें पहचान कर क्वारंटाइन में रखा गया है।
सूत्रों के अनुसार मरकज़ से लौटे अधिकांश लोग बांग्लादेश के हैं और सीमांचल में ठहरे थे। इनमें मलेशिया और किर्गिस्तान के नागरिक भी थे। पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार के 86 में से 72 को ट्रेस कर लिया गया है। बाकी 14 के मोबाइल का रेस्पॉन्स नहीं है। वे कहां और किन लोगों के संपर्क में हैं, यह जानकारी जुटाई जा रही है। उत्तर बिहार में तीन दर्जऩ ऐसे लोग चिन्हित किए जो विभिन्न तारीखों को मरकज़ में शामिल हुए थे। इनके अलावा जमुई में 13, पूर्णियां में 10, हाजीपुर में 10, सुपौल में 6 और बांका में दो तथा पटना, बक्सर और गया में 31 लोगों को चिन्हित किया गया है।
तबलीगी जमात में शामिल हुए लोगों की तलाश जारी है और इनकी संख्या बढ़ती जा रही है। भागलपुर में तबलीगी जमात में शामिल होने वालों की संख्या 33 होने का पता चला। हाजीपुर के नगर थाना समर्थित एक मस्जिद में किर्गिस्तान के दस धर्मगुरुओं का पिछले माह आगमन हुआ। ये दिन भर लोगों को मज़हबी ज्ञान मुहैया कराते रहे थे। बताया जा रहा है कि इनकी तलाश कर इन्हें क्वारंटाइन में रखने की मुहिम जारी है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सिविल सजज़्न और जिला प्रशासन को तबलीगी जमात के ऐक्टिविस्टों की अनिवार्य रूप से कोरोना जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव ने तबलीगी मरकज़ में शामिल हुए सभी 86 ऐक्टिविस्टों के नाम और संपर्क नंबर जारी किए हैं।