script

मस्जिदों में छिपे लोग बिहार में पुलिस पर कर रहे हमला

locationपटनाPublished: Apr 02, 2020 07:50:57 pm

Submitted by:

Yogendra Yogi

( Bihar News ) विदेशियों के बड़ी संख्या में बिहार के ( Foreigner muslims in Mosque ) विभिन्न इलाकों की मस्जिदों में आकर छिपे होने की सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई करने जा रही पुलिस ( Attacks on police from Mosque ) से सहयोग की जगह उस पर हमले किए जा रहे हैं। मधुबनी के बाद मुंगेर और कटिहार में भी हमले की घटनाएं हुईं हैं।

मस्जिदों में छिपे लोग बिहार में पुलिस पर कर रहे हमला

मस्जिदों में छिपे लोग बिहार में पुलिस पर कर रहे हमला

पटना(बिहार): ( Bihar News ) विदेशियों के बड़ी संख्या में बिहार के ( Foreigner muslims in Mosque ) विभिन्न इलाकों की मस्जिदों में आकर छिपे होने की सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई करने जा रही पुलिस ( Attacks on police from Mosque ) से सहयोग की जगह उस पर हमले किए जा रहे हैं। मधुबनी के बाद मुंगेर और कटिहार में भी हमले की घटनाएं हुईं हैं। मुंगेर के हजऱतगंज बाड़ा पहुंची क्विक रेस्पॉन्स टीम को असामाजिकतत्वों ने रोक दिया। कासिम बाजार थाने की पुलिस ऐम्बुलेंस लेकर पहुंची तो उस पर धावा बोल दिया गया। पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। बाड़ा में बाहरी मुसलमानों के आने की सूचना पर क्विक रेस्पॉन्स टीम वहां पहुंची थी। कासिम बाजार थानाध्यक्ष शैलेश कुमार ने बताया कि हमलावरों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है।
तीन स्थानों पर किया हमला
इसी तरह कटिहार के सहेली में नूनीहाजी टोला गांव में भी पुलिस के गश्ती दल पर हमला कर दिया गया। लॉकडाउन में बाहर नहीं निकलने की बात समझा रही पुलिस पर एक तबके के ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। गौरतलब है कि मधुबनी में भी मंगलवार को पुलिस और प्रशासन की टीम पर हमला हो गया था जिसके चलते थाना प्रभारी और बीडीओ को जान बचाकर भागना पड़ा गया था। इस बीच तबलीगी जमात ने कोरोना संक्रमण के खतरे बढ़ा दिए हैं।
मरकज वालों की संख्या बढ़ी
निजामुद्दीन के तबलीगी मरकज़ में शामिल होने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इसमें शामिल होने वालों की संख्या बढ़कर 162 हो गई बताई जा रही है। इनमें बिहार के 86 लोगों के अलावा विदेशी नागरिक भी हैं।
विदेशी नागरिकों की संख्या 57 बताई जा रही है। इन्हें ढूंढऩे की जिम्मेदारी एटीएस को दी गई और इन्हें लगभग ढूंढ़ लिया गया बताया जा रहा है। बिहार पुलिस ने इनमें से दस को ढूंढ़ निकाला है जबकि ज्यादातर अपने देशों को लौट गए बताए जा रहे हैं। हालांकि इस सूची के अलावा भी मरकज़ से लौटने वाले विदेशियों के बिहार में होने की बात बताई जा रही है। इनकी संख्या पचास बताई जा रही। पुलिस सूत्रों का दावा है कि इन्हें पहचान कर क्वारंटाइन में रखा गया है।
मलेशिया और किर्र्गिस्तान से आए थे
सूत्रों के अनुसार मरकज़ से लौटे अधिकांश लोग बांग्लादेश के हैं और सीमांचल में ठहरे थे। इनमें मलेशिया और किर्गिस्तान के नागरिक भी थे। पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार के 86 में से 72 को ट्रेस कर लिया गया है। बाकी 14 के मोबाइल का रेस्पॉन्स नहीं है। वे कहां और किन लोगों के संपर्क में हैं, यह जानकारी जुटाई जा रही है। उत्तर बिहार में तीन दर्जऩ ऐसे लोग चिन्हित किए जो विभिन्न तारीखों को मरकज़ में शामिल हुए थे। इनके अलावा जमुई में 13, पूर्णियां में 10, हाजीपुर में 10, सुपौल में 6 और बांका में दो तथा पटना, बक्सर और गया में 31 लोगों को चिन्हित किया गया है।
तलाश जारी है
तबलीगी जमात में शामिल हुए लोगों की तलाश जारी है और इनकी संख्या बढ़ती जा रही है। भागलपुर में तबलीगी जमात में शामिल होने वालों की संख्या 33 होने का पता चला। हाजीपुर के नगर थाना समर्थित एक मस्जिद में किर्गिस्तान के दस धर्मगुरुओं का पिछले माह आगमन हुआ। ये दिन भर लोगों को मज़हबी ज्ञान मुहैया कराते रहे थे। बताया जा रहा है कि इनकी तलाश कर इन्हें क्वारंटाइन में रखने की मुहिम जारी है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सिविल सजज़्न और जिला प्रशासन को तबलीगी जमात के ऐक्टिविस्टों की अनिवार्य रूप से कोरोना जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव ने तबलीगी मरकज़ में शामिल हुए सभी 86 ऐक्टिविस्टों के नाम और संपर्क नंबर जारी किए हैं।

ट्रेंडिंग वीडियो