आरजेडी ने राज्यपाल को बड़ी पार्टी होने के नाते सरकार बनाने का मौका कर्नाटक की तरह ही देने का ज्ञापन सौंपा। कांग्रेस विधायक दल और भाकपा माले तथा हम सेकुलर की तरफ से भी आरजेडी के नेतृत्व में सरकार बनने पर उसे समर्थन देने संबंधी पत्र राज्यपाल को सौंपा गया। आरजेडी नेता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि कर्नाटक की तरह ही बिहार में सरकार बनाने का मौका बड़ी पार्टी आरजेडी को हर हाल में मिलना चाहिए। राजभवन मार्च में आरजेडी के तेजस्वी यादव, अब्दुल बारी सिद्दिकी,रामचंद्र पूर्वे तथा पार्टी के विधायक, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कौकब कादरी,प्रेमचंद मिश्र और पार्टी के विधायक, भाकपा माले के राजाराम, तथा हम सेकुलर के संतोष मांझी समेत कई नेता मौजूद थे।
यह है बहुमत के लिए आरजेडी की सीटों का गणित
कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्र ने बताया कि आरजेडी के साथ हम के 1,कांग्रेस के 27और भाकपा माले के 3 विधायकों का समर्थन है। आरजेडी के कुल 80 विधायक हैं। इस तरह हमारी संख्या 111 हो जाती है। बिहार में सरकार को बहुमत के लिए 122 सदस्यों का साथ चाहिए।
इस वजह से नहीं बन पाएगी नई सरकार
महत्वपूर्ण यह है कि एक सरकार के रहते उसे हटाकर दूसरी सरकार बनाने का न तो कोई प्रावधान है न ही ऐसा हुआ है। भले कायम सरकार के खिलाफ सदन में अविश्वास प्रस्ताव पेश करने की व्यवस्था है। इसके बावजूद आरजेडी समेत विपक्ष ने सरकार को हटाकर अपनी सरकार बनाने की मांग के साथ दावा पेश करने की अनूठी पहल की है।
सरकार बनाने की मांग को लेकर आरजेडी ने दिया धरना
आरजेडी ने गर्दनीबाग के धरना स्थल पर इस मांग को लेकर दिन भर धरना भी दिया। इससे पहले राबड़ी देवी के सरकारी आवास 5 सर्कुलर रोड में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में पार्टी पदाधिकारियों और विधायकों की बैठक में भाजपा को केंद्र और बिहार में घेरने की नीति पर विचार किया गया।