बातचीत से सब कुछ हल हो जाएगा
मुख्यमंत्री नीतिश कुमार ने मीडिया के इस सवाल को टाल दिया जिसमें पूछा गया था कि क्या एनडीए घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग का कोई मेकैनिज्म बनेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा, जदयू, लोजपा और रालोसपा का शीर्ष नेतृत्व आपस में बातचीत कर सीट शेयरिंग से सम्बंधित सभी मामलों को हल कर लेगा। उन्होंने गिरिराज सिंह के दंगा आरोपियों से मिलने की बात पर अमित शाह से चर्चा करने के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि उन्होंने पहले ही सब कुछ सामने ला दिया तो फिर बचा ही क्या। नीतीश कुमार अमित शाह के उस वक्तव्य की ओर इशारा कर रहे थे जिसमें उन्होंने कहा था कि भाजपा सहयोगी दलों की भावनाओं को अच्छी तरह समझती है और सभी को साथ लेकर चलना जानती है। शाह ने स्पष्ट कहा था कि विपक्षी दल लार टपकाना बंद करें,नीतीश कुमार कहीं नहीं जाने वाले हैं। वह एनडीए में हैं और रहेंगे।
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाना तर्क संगत
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य के दर्जे को लेकर अक्सर सवाल पूछे जाते हैं। मेरा मानना है कि बिहार वर्तमान स्थिति में हर मायने में पीछे है। प्रति व्यक्ति आय में भी हम निचले पायदान पर हैं। ऐसे में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाना तर्क संगत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को हरसंभव लाभ पहुंचाना सरकार की पहली प्रथमिकता है।