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महागठबंधन में बाकी है अभी सीट शेयरिंग का महाभारत

locationपटनाPublished: Jan 03, 2019 05:58:02 pm

पत्रिका के विशेष संवाददाता प्रियरंजन भारती की रिपोर्ट…

mahagathbandhan

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(पटना): आरजेडी और कांग्रेस के नेतृत्व वाले महागठबंधन में अभी सीट शेयरिंग का महाभारत होना बाकी है। तेजप्रताप यादव के पाटलिपुत्र से मीसा भारती के चुनाव लड़ने संबंधी एकतरफा ऐलान को लेकर आरजेडी में ही जंग छिड़ने के आसार दिखने लगे हैं। पिछले दिनों रांची रिम्स में लालू यादव से उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश साहनी की मुलाकात के बाद यह प्रचारित किया गया कि सीट शेयरिंग फॉर्मूला तय हो गया है,खरमास बाद इसकी घोषणा कर दी जाएगी। हालांकि इस मुद्दे पर आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के बयान से उपेंद्र कुशवाहा की नाराजगी बढ़ी। उन्होंने यह कहकर नया विवाद छेड़ दिया कि रघुवंश बाबू को कोई गंभीरता से नहीं लेता, वह बोलते रहते हैं। इस पर आरजेडी की तरफ से प्रतिक्रिया आई और कहा गया कि रघुवंश बाबू हमारे सम्मानित नेता हैं। उनका यह कहना महत्वपूर्ण है कि हमारा लक्ष्य बड़ा है इसलिए सभी को एक छतरी के नीचे एक सिंबल पर चुनाव लड़ना चाहिए। सिंह का कहना था कि छोटी पार्टियां एक प्लेट्फॉर्म और एक सिंबल पर चुनाव लड़ें।


सीटों को लेकर चल रही रस्साकशी

बात दरअसल यह है कि महागठबंधन में आरजेडी बीस सीटों पर अकेले चुनाव लड़ना चाहती है। बाकी सीटों पर सभी दलों को ऐडजस्ट करने के संकेत दिए जा रहे हैं। इसमें ही पेंच है। कांग्रेस 12 सीटों से कम पर चुनाव नहीं लड़ना चाहती। कांग्रेस ने अब यह भी साफ कह दिया कि रांची जेल और अस्पताल में जाकर अब सीट शेयरिंग पर कोई बात नहीं होगी। कांग्रेस की ही तरह उपेंद्र कुशवाहा अपनी पार्टी के लिए चार सीटें लेने पर अड़े हुए हैं। मुकेश सहनी और शरद यादव की पार्टियां भी दो—दो सीटें लेने पर अड़ी हैं पूर्व सीएम जीतनराम मांझी भी चार सीटें हर हाल में चाहते हैं। इसके अलावा सीपीआई,सीपीएम और दूसरी पार्टियां भी हैं। ऐसे में जब एनडीए में सीटों पर तालमेल हो चुका है,महागठबंधन के भाजपा को हराने की गरज से एकजुट दलों में सीट शेयरिंग की रजामंदी नहीं होने से आपसी विवाद बढ़ना तय लग रहा है।

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