शत्रुघ्न सिन्हा अरसे से भाजपा से नाराज चल रहे हैं। उन्होंने यहां तक कह डाला था कि नरेंद्र मोदी दोबारा प्रधानमंत्री कभी नहीं बन पाएंगे। सिन्हा कुछ दिनों पूर्व यह भी बोल गए थे कि वह भाजपा नहीं छोड़ेंगे। चाहता हूं कि भाजपा मुझे निकाल दे। बिहारी बाबू भाजपा के विरोध की गतिविधियों में बढ़ चढ़-कर भाग लेते रहे। लालू यादव, ममता बनर्जी से लेकर राहुल गांधी की तारीफ के पुल बांधते रहे। तल्खी इतनी बढ़ी कि भाजपा नेता और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने चुनौती देते हुए उन्हें यह भी कह डाला था कि यदि हिम्मत है, तो वह पटना साहिब से आरजेडी या कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर दिखाएं। पता चल जाएगा कि क्या औकात है। लेकिन फिल्मों में ‘खामोश’ बोलकर लोगों पर अपनी छाप छोड़ने वाले शत्रुघ्न सिन्हा पिछले कुछ दिनों से खुद ही खामोश थे। अब पीएम और सीएम की जमकर की गई तारीफ के राजनीतिक मायने तलाशे जा रहे हैं।