दरअसल अभियंता की ओर से अपने एक प्रोजेक्ट में मोटी रिश्वत मांगने की शिकायत के बाद हरकत में आए निगरानी विभाग ने दावा किया कि इंजीनियर के पास खुद की अकूत संपत्ति है। हालांकि अभी तक विभाग ने अभियंता की पूरी संपत्ति का ब्योरा नहीं दिया है। बताया जा रहा है कि इंजीनियर ने 83 करोड़ की सड़क परियोजना के लिए ठेकेदारों से एक फीसदी यानी 83 लाख कमीशन की मांग की थी। इसकी पहली किश्त सोलह लाख लेने के लिए उसने पटना स्थित अपने फ्लैट में ठेकेदार को बुलाया था। इसके बाद निगरानी विभाग ने सूचना पाकर टीम गठित की और उसे रंगे हाथों पकडऩे का जाल बिछाया। मामला सही साबित होने के बाद निगरानी टीम की छापेमारी के दौरान इंजीनियर के बेटे और पत्नी ने फ्लैट के बाथरूम में पांच सौ के नोटों से भरा बैग जला डाला और फ्लैश चलाकर राख बहाने की कोशिश की। इसके बाद निगरानी टीम ने अधजले नोट बरामद कर एस एफ एल जांच के लिए दिया है। गिरफ्तार इंजीनियर को कटिहार कोर्ट में पेश कर जेल भेजने की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है।