उन्होने बताया कि पटना में हर रोज 4 से 5 मामले किसी न किसी थाने या हेल्पलाइन में बलात्कार, छेड़छाड़ या अपहरण के दर्ज होते हैं। 2019 में अब तक महिला उत्पीडऩ के 433 मामले महिला हेल्पलाइन में दर्ज हैं जिसमे सबसे ज्यादा मामले डॉमेस्टिक वाइलेन्स के हैं जिनकी संख्या 268 है। दूसरे नंबर पर छेड़छाड़ के मामले दर्ज हुए है जो 95 है जबकि तीसरे नंबर पर दहेज उत्पीडऩ के मामले हैं जिनकी संख्या 56 है यानी कि महिला घर के साथ-साथ बाहर भी सुरक्षित नहीं हैं।