पटनाPublished: Dec 03, 2019 05:20:04 pm
Navneet Sharma
पटना में जलजमाव के वक्त जमकर चर्चाओं में रहने वाले पप्पू यादव ने एक बार फिर आमलोगों की समस्याओं को देखते हुए सस्ती दर पर प्याज मुहैया करवाने का कार्य शुरू कर दिया है। पूर्व सांसद और जन विकास पार्टी के नेता राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने इस दफा पटना में बीजेपी एलजेपी ऑफिस के सामने सस्ती दर पर 35 रुपये प्रति किलो प्याज बेचे। हालांकि इस दौरान उनका भारी समस्याओं का भी सामना करना पड़ा लेकिन उन्होने अपने कार्यकर्ताओं के साथ हल्ले-गुल्ले के बीच प्याज बेचे।
देखें आखिर क्यों….बीजेपी एलजेबी कार्यालय के बाहर ठेले पर अपने कार्यकर्ताओं के साथ 35 रुपए किलो बेचे प्याज
पटना. प्रियरंजन भारती
पटना में जलजमाव के वक्त जमकर चर्चाओं में रहने वाले पप्पू यादव ने एक बार फिर आमलोगों की समस्याओं को देखते हुए सस्ती दर पर प्याज मुहैया करवाने का कार्य शुरू कर दिया है। पूर्व सांसद और जन विकास पार्टी के नेता राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने इस दफा पटना में बीजेपी एलजेपी ऑफिस के सामने सस्ती दर पर 35 रुपये प्रति किलो प्याज बेचे। हालांकि इस दौरान उनका भारी समस्याओं का भी सामना करना पड़ा लेकिन उन्होने अपने कार्यकर्ताओं के साथ हल्ले-गुल्ले के बीच प्याज बेचे।
मालूम हो कि पटना में इन दिनों प्याज 80 से 90 रुपए किलो तक बिक रहा है। प्याज की बढ़ी हुई कीमतों ने यहां पटना समेत पूरे बिहार में आमलोगों की रसोई का गणित बिगाड़ रखा है, यही नहीं आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए तो प्याज खरीदना बिल्कुल नामुकिन सा हो गया है। यही वजह है कि प्याज के कारण गृहस्थों और आम आदमी को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
दरअसल पप्पू यादव ने कुछ दिन पहले ही एेलान किया था कि वह आमलोगों के लिए सस्ते दर उपलब्ध करवाएंगे। खासतौर पर उन लोगों को प्याज देंगे जिनके घर शादियां हो रही हैं। लेकिन संशोधन कर उन्होंने मंगलवार को सभी लोगों को प्याज दिए। वह अपने कार्यकर्ताओं को सस्ते दर पर प्याज देने ठेले पर बोरे लादकर पहुंच गए। हालांकि इस दौरान उन्हें खूब परेशानियां उठानी पड़ गई। बता दें कि पटना में जलजमाव के दौरान पप्पू यादव अपने दल बल समेत लोगों को राहत पहुंचाने के लिए खूब चर्चित रहे थे। अब सस्ते दर पर प्याज बेचकर वह फिर से सुर्खियों में आ गये हैं। पटना और अन्य जिलों में बिस्कोमान की ओर से सस्ते दर पर कई दिनों तक प्याज बेचे।पर मारपीट और प्रशासनिक दबाव के कारण इसे बंद कर दिया गया था।