छात्रों की किसी ने नहीं की सुनवाई
पूर्वांचल समेत बिहार के रहने वाले ये छात्र लॉकडाउन से ही वहां फंसे हुए थें। ये छात्र किर्गिस्तान में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। किर्गिस्तान में मेडिकल के एक छात्र की मौत हो गई थी। इसके बाद से वहां पढ़ रहे बिहारी छात्रों की स्थिति बहुत खराब हो गई थी। कोरोना संक्रमण के कारण कोई भी अंतराष्ट्रीय फ्लाइट नहीं थी। वहां से कई बार भारत सरकार से इंडियन एम्बेसी के तहत गुहार लगाई, लेकिन इनकी नहीं सुनी गई। बिहार सरकार ने भी इन छात्रों की सुध नहीं ली। छात्रों का कहना था कि उन्हें यहां से नहीं ले जाया गया तो वो मर जाएंगे। छात्र फेसबुक पर वीडियो बनाकर घर लौटने की गुहार लगा रहे थे। मैसेज मिलते ही सोनू सूद ने छात्रों के लिए मदद का हाथ बढ़ाया। भारतीय समयानुसार गुरुवार शाम सात बजे के करीब किर्गिस्तान से फ्लाइट से छात्र बनारस को रवाना हो गए।
2500 छात्रों को लाएंगे सोनू
सोनू सूद ने किर्गिस्तान में फंसे 2500 छात्रों को 9 चार्टेड प्लेन के जरिए भारत लाने का फैसला लिया है। स्पाइस जेट इस काम में उनकी मदद कर रहा है। एक ट्वीट के जरिए स्पाइज जेट ने भी सोनू सूद को असली हीरो बताया है। अभिनेता ने अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा कि वे बहुत खुश हैं कि किर्गिस्तान से छात्रों को वाराणसी लाया जा रहा है। अब अगली फ्लाइट शुक्रवार को मिलेगी छात्र अपने डिटेल भेज दें। सोनू ट्वीट कर लिखते हैं- ये देख मेरी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है कि किर्गिस्तान से वाराणसी के लिए पहली फ्लाइट निकल गई है। स्पाइस जेट का शुक्रिया जिनकी बदौलत ये मिशन पूरा हो पाया।
देशप्रेमी के ट्वीट से मिली छत
दो दिन पहले पटना की एक महिला की भी सोनू सूद ने मदद की थी। फिल्म अभिनेता सोनू सूद के ट्वीट ने दस दिनों से फुटपाथ पर सो रही महिला अंजू देवी के परिवार को 24 घंटे के अंदर छत दिला दी थी। अभिनेता की मदद तो अभी तक नहीं पहुंची मगर उनके ट्वीट के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पटना के समाजसेवी ही मदद के लिए आगे आ गए। फिलहाल, कंकड़बाग के अमित श्रीवास्तव ने अंजू को अपने मकान में चलने वाले लॉज के एक कमरे में जगह दे दी है। अन्य समाजसेवियों ने मिलकर उसके खाने-पीने का इंतजाम किया है। अंजू देवी मंदिरी मुहल्ले में किराये पर रहती थी। पति मानसिक रूप से बीमार हैं। होटल में काम कर वह घर का खर्च चलाती थी मगर लॉकडाउन के कारण रोजगार छिन गया। एक्टर सोनू सूद ने कोरोना काल में एक हीरो बन सभी की मदद की है। जब लोगों ने अपनी उम्मीद खोई, जब लोगों को लगा कि अब वे अपने घर कभी नहीं जा पाएंगे, तब एक फरिश्ते की तरह सोनू सूद ने सभी की मदद की। एक्टर की पहल से हजारों मजदूरों को उनके घर जाने में सहुलियत मिली।