बता दें कि सीढ़ियों के टूट जाने से शरद यादव ,डॉ.सीपी ठाकुर समेत कई बड़े अतिथि गिरने लगे तो सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें गोद मे उठाकर बचाया था। इस दौरान कई लोग जख्मी भी हुए थे। नए सिरे से चल निकली चर्चाओं के बीच अब लोग मंच टूटने को लेकर फुसफुसाने लगे हैं कि अपशकुन तो तभी हो गया था।
तेजप्रताप ने कहा कि बेमेल शादी हुई
लालू परिवार बेशक यह बात न खोले कि शादी टूटने की वजह क्या है मगर तेजप्रताप ने रहस्यों से पर्दा हटाते हुए कहा कि यह शादी बेमेल हुई ही थी। उन्होंने गया में मीडिया से कहा कि मैं इस शादी के लिए कतई तैयार नहीं था। शुरु से ही मैं विरोध में था। पिताजी से मैंने साफ मना कर दिया था। पर मुझे जबरन फंसा दिया गया। पिताजी (लालू यादव) ने मेरी कोई बात नहीं मानी थी। तेज ने कहा कि हम दोनों में काफी दिनों से बोलचाल नहीं है। दोनों अलग रहते हैं। उन्होंने कहा कि मेरा परिवार भी मेरे साथ नहीं है। मैंने शादी से मना किया तो बात नहीं मानी गई। अब भी कोई मेरा साथ नहीं दे रहा।
प्रधान न्यायाधीश की कोर्ट में सुनवाई
सिविल कोर्ट के वकीलों ने कहा कि शादी के एक साल बाद ही तलाक की अर्जी दी जा सकती है।बेहद जरूरी होने पर बीच में तलाक की अर्जी पर सुनवाई हो पाएगी। प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति द्विवेदी ने हिंदू मैरिज ऐक्ट 1955 की धारा13(1बी)(सी)के तहत 29नवंबर को सुनवाई की तारीख तय की है।