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राज्यपाल के बयान पर तेजस्वी ने नीतीश सरकार को घेरा, तंज कसते हुए कहा राज्य में लागू हो राष्ट्रपति शासन!

locationपटनाPublished: Jun 15, 2018 03:49:08 pm

Submitted by:

Prateek

राज्यपाल के कथन को विपक्षी आरजेडी ने सरकार की कमजोरी मानते हुए हमले तेज कर दिए है…

tejashwi yadav

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प्रियरंजन भारती की रिपोर्ट…

(पटना): राज्यपाल सतपाल मलिक के एक बयान पर आरजेडी ने नीतीश सरकार पर तंज कसते हुए उसके कामकाज की भरपूर आलोचना की है। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने राज्यपाल से राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग भी की है । राज्यपाल सतपाल मलिक ने एक छात्र सम्मेलन में कहा था कि लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की सूचना सबसे पहले राजभवन में दी जाए तब उसकी प्रथमिकी दर्ज की जाए। इसके लिए राजभवन में अतिरिक्त व्यवस्था की जा रही है।

राज्यपाल के इस कथन को विपक्षी आरजेडी ने सरकार की कमजोरी मानते हुए हमले तेज कर दिए। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि:-

अति शर्मनाक !
राज्यपाल महोदय जानते है कि नीतीश राज में कानून व्यवस्था की शर्मनाक स्थिति है। सीएम के अधीन गृह विभाग भ्रष्टाचार की दलदल में डूबा हुआ है।

अब आप समझ लीजिए बिहार में क्या हालात होंगे जब राज्यपाल महोदय को हस्तक्षेप कर ख़ुद महिला उत्पीड़न पर संज्ञान लेना पड़ रहा है।

ट्वीट

https://twitter.com/yadavtejashwi/status/1007473015901257728?ref_src=twsrc%5Etfw

 

 

राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग

बिहार के राज्यपाल महोदय मान रहे है कि नीतीश सरकार अपराध,हत्या, महिलाओं के साथ दुष्कर्म,बलात्कार और अत्याचार रोकने में असर्मथ है।

मैं बिहार में शांति भाईचारे,महिला एवं ग़रीब हित में उनसे विनम्रतापूर्वक आग्रह व मांग करता हूॅं कि वो बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफराशि करें।

ट्वीट

https://twitter.com/yadavtejashwi/status/1007561686470021120?ref_src=twsrc%5Etfw

 

राज्यपाल की शक्तियों का अध्ययन करे विपक्ष-जदयू

आरजेडी के इन बयानों के जवाब में जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने विपक्ष के नेता को अपने ज्ञान का आतंक नहीं बरपाने की नसीहत दे डाली। उन्होंने कहा कि राज्यपाल के अधिकारों का विपक्ष पहले अध्ययन कर ले। राजभवन के विवेकाधिकारों पर सवाल उठाना संविधान की आलोचना है। राज्यपाल कानून के राज को मजबूत करने के लिए अगर कोई निर्णय करें तो यह प्रशासन के लिए और बेहतर साबित होगा। इस पर सवाल उठाया जाना विवेकहीनता है।

 

गौरतलब है कि राज्यपाल सतपाल मलिक ने गुरुवार को पटना विश्वविद्यालय के छात्र संघ सम्मेलन में लड़कियों की सुरक्षा को मजबूती देने के उपायों पर गंभीरता दिखाते हुए छेड़खानी की वारदात की सूचना पहले राजभवन में देने की बात कही थी। राज्यपाल सतपाल मलिक ने यह भी कहा कि राजभवन में इसके लिए चौबीस घंटे सूचना लेने की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए अलग से फोन नंबर आवंटित किए जा रहे और अतिरिक्त अफसरों की तैनाती की जा रही है। छात्र सम्मेलन में उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी भी विशिष्ट अतिथि के बतौर मौजूद रहे।

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