ऐश्वर्या से सामना करने से कतरा रहे
तेजप्रताप यादव ऐश्वर्या राय से सामना करने से कतरा रहे हैं। जिस तरह उन्होंने पत्नी को दोषी बताकर तलाक का मामला कोर्ट में घसीटा उससे परिवार पूरी तरह सकते में आ गया। राबड़ी देवी ने डांट लगाई तो वह लालू यादव से मिलने रांची चले गए। ढाई घंटे की मुलाकात में लालू यादव ने भी डांटा और समझाने के प्रयास किए पर वे नहीं माने। लालू प्रसाद ने फोन कर बहू को घर बुला लिया। खुद चंद्रिका राय और पूर्णिमा राय ऐश्वर्या को लेकर राबड़ी आवास पहुंचे। वह ससुराल में परिवार की सेवा में लगी है।
इधर तेजप्रताप यादव ऐश्वर्या राय का सामना करने से ही कतरा रहे हैं। वह राबड़ी देवी आवास जाने की जगह बोधगया से वृंदावन के लिए निकल गए। सोमवार को होटल छोड़ वे अचानक निकल पड़े। मंगलवार को वे बनारस रुककर काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अर्चना में लग गए।पारिवारिक सूत्रों का कहना है कि वह ऐश्वर्या का सामना करने से भाग रहे हैं। परिवार के सभी सदस्य,बहनें और रिश्ते नाते पत्नी ऐश्वर्या का पक्ष ले रहे हैं।
पार्टी का भी तेजप्रताप से किनारा
तेजप्रताप यादव के अड़ियल रुख से आरजेडी में भी बड़ी नाराजगी है। पार्टी के लोग दोनों भाइयों में सत्ता संघर्ष अवश्यंभावी मानकर चल रहे थे। सुर्खियों में रहने के लिए तेजप्रताप अक्सर अजीबोगरीब हरकत करते रहे हैं। पत्नी विवाद उभरने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच नकारात्मक आशंकाएं उभरने की बजाय तेजप्रताप से दूरी बढ़ाने की कोशिशों को प्रश्रय मिला। सबकी निगाहें परिवार के अगले कदम की ओर टिक गईं। ऐश्वर्या के साथ परिवार के खड़े हो जाने से कार्यकर्ताओं को भी संशय से उबरने का साधन मिल गया।
पार्टी के बीच कमजोर होती जा रही तेजप्रताप साख
संकट में पतवार की तरह पेश आती पत्नी को विवाद में घसीटकर तेजप्रताप जितनी दूर आगे जा रहे हैं,पार्टी के बीच उनकी साख उतनी ही कमजोर होती जा रही है। इससे तेजस्वी यादव की स्वीकार्यता और बढ़ी है। जानकार बताते हैं कि लालू यादव की जगह अब तेजस्वी यादव ने ले ली है। तेजस्वी को आगे जितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा उतना ही उनकी सियासत निखरेगी। जबकि तेजप्रताप की ओछी हरकतें उन्हें और विवादों में घेरती जा रही है।