इस बीच लोजपा सांसद चिराग पासवान ( Chirag Paswan ) ने तंज कसा कि तेजस्वी यादव यदि जिम्मेदारी नहीं निभा पा रहे, तो उन्हें विपक्ष के नेता पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिम्मेदारी से मुंह चुराया जाना लोकतंत्र में नावाजिब है। बता दें कि तेजस्वी यादव लोकसभा चुनाव के दौरान आखिरी दौर के मतदान से पूर्व ही गायब रहे। इसे लेकर कई तरह के सवाल उठते रहे पर किसी आरजेडी नेता ने कुछ ठोस जानकारी मीडिया को नहीं दी। यादव सोमवार को लंबे समय बाद पटना तो पहुंचे पर सदन में एक दिन भी हाजिर नहीं हुए। माना जा रहा था कि वह विधानसभा ज़रूर आएंगे। पर पांचवें दिन भी वह नदारद रहे।
गौरतलब है कि तेजस्वी यादव ने पटना आ जाने की जानकारी ट्वीट के जरिए दी थी। साथ ही उन्होंने अपनी गैरहाजिरी को लेकर सफाई भी दी थी और कहा था कि उन्हें यह जानकर आश्चर्य हो रहा है कि सत्तापक्ष उनकी अनुपस्थिति को लेकर कैसी-कैसी अफवाहें उड़ा रहा है, जबकि वह अपने इलाज को लेकर इन दिनों व्यस्त रहे थे। गौरतलब है कि तेजस्वी की मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (
rabri devi ) ने भी अप्रत्याशित रूप सदन में सत्तापक्ष की ओर से बांटे गए आम के पौधों और आम को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की थी और कहा था कि जो भी यह आम खाएगा, उसे हाय लगेगी।