इस विषय में बताते हुए पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक राजीव रंजन प्रसाद का कहना है कि दोनों युवतियों को पुलिस शनिवार रात इलाज के लिए लाई थी। उन्होंने कहा कि दोनों को मौत के बाद ही अस्पताल लाया गया था। जबकि राजीव नगर पुलिस का दावा है कि शेल्टर होम से उन्हें महिलाओं की तबीयत खराब होने की सूचना देर से दी गयी और पुलिस उन्हें सीधे अस्पताल लेकर आ गई।
युवतियां कर चुकी है भागने का प्रयास
बता दें कि दो दिन पहले ही आसरा शेल्टर होम से चार महिलाएं भागने का प्रयास कर रही थीं। लेकिन इन्हें ऐन मौके पर पकड़ लिया गया। इसके दूसरे ही दिन दो महिलाओं की मौत अपने आप में संदिग्ध जान पड़ता है। अस्पताल प्रशासन का दावा है कि पुलिस ने घटना पर पर्दा डालने की नीयत से ही मृतक महिलाओं को लाकर भर्ती करा दिया था। पटना स्थित शेल्टर होम में विक्षिप्त और गायब लड़कियां और महिलाएं रखी गयी हैं। मृतक महिलाओं में एक चालीस और दूसरी सत्रह साल की बताई जा रही हैं।
बिहार में चल रहे अलग-अलग शेल्टर होम्स से एक-एक करके सनसनीखेज मामले सामने आ रहे है। इधर मुजफ्फरपुर शेल्टर होम रेप कांड को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे है वहीं राजीव नगर के आसरा शेल्टर होम से पहले युवतियां भागने का प्रयास करती है और बाद में दो युवतियों की मौत की बात सामने आती है ऐसी घटनाएं शेल्टर होम्स के संचालन पर भी सवालियां निशान लगाती है।