जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि इस महीने के अंत तक सीटों का तालमेल हो जाएगा। वशिष्ठ नारायण सिंह ने ही पिछले दिनों कहा था कि सीट शेयरिंग की बात निर्णायक दौर में है। इसके बाद ही एनडीए में 20-20 के फॉर्मूले पर सीट शेयरिंग का खुलासा हुआ। तय हुआ कि 20 सीटें भाजपा खुद लेगी और शेष 20 में सहयोगी दलों के बीच बंटवारा होगा। इसमें जदयू को बारह और लोजपा को छह तथा रालोसपा को दो सीटें देने का प्रस्ताव है। लेकिन इसी बीच उपेंद्र कुशवाहा की ओर से खीर को लेकर शुरू हुई बयानबाजी के बीच घटक दलों में असहज स्थितियां दिखने लगीं।
रालोसपा ने नीतीश कुमार पर हमले शुरू किए और स्पष्ट कर दिया कि उसे दो सीटों पर कतई सहमति नहीं है। इधर जदयू ने भी नाराज़गी जताई। लेकिन पूरे प्रकरण में रामविलास पासवान की चुप्पी सभी को खटक रही है। पासवान ने सीट शेयरिंग को लेकर अभी तक यही कहा है कि एनडीए में कोई विवाद नहीं है। सीट शेयरिंग में एनडीए सबसे आगे रहेगा। पासवान का यह बयान नया नहीं है। नए सिरे से उन्होंने फिर कुछ नहीं कहा है।
इस बीच सोलह सितंबर को होने वाली जदयू प्रदेश कार्यकारणी की बैठक के पहले सीट बंटवारे की घोषणा होने की उम्मीद की जा रही है। बैठक में नीतीश कुमार भी शामिल होने वाले हैं। इधर, प्रदेश भाजपा सूत्रों के अनुसार सीट बंटवारे का ब्लू प्रिंट तैयार है। समय आने पर इसका खुलासा किया जाएगा। संभव है कि सहयोगी दलों की आपसी सहमति के बाद सीटों में थोड़ी अदला बदली भी हो।