4 लाख श्रमिकों की वापसी
अभी करीब चार लाख श्रमिकों की वापसी हुई है। ये श्रमिक वो हैं, जो विशेष रेलों से आएं हैं। लाखों की संख्या में अभी आगमन का इंतजार कर रहे हैं। इसके अलावा बड़ी तादाद ऐसे श्रमिकों की भी है जो पैदल और अन्य साधनों से बिहार पहुंचे हैं। इन सभी के स्वास्थ्य की जांच नहीं हो सकी। इन श्रमिकों की वापसी के साथ ही इस प्रदेश में कोरोना मामलों में उछाल आ गया।
तेजी से पैर पसारता कोरोना
अप्रवासी मजदूरों के लाखों की तादाद में अगमन के साथ ही कोरोना तेजी से पैर पसार रहा है। बिहार में कुल मरीजों की संख्या अब 1392 हो गई है। राज्य में सोमवार को 43 और कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। अधिकतर संक्रमित पिछले एक सप्ताह के दौरान बाहर से लौटने वाले प्रवासी मजदूर हैं। इसी के साथ राज्य में कोरोना महामारी से अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है।
पटना में सबसे ज्यादा मरीज
पटना राज्य में अब सबसे ज्यादा कोरोना मरीज वाला जिला बन गया है। इसने संक्रमितों की संख्या में रविवार को मुंगेर को पीछे छोड़ दिया। पटना में संक्रमितों की संख्या 164 हो गयी है। इसमें अच्छी खासी संख्या प्रवासी मजूदरों की है। पटना में रविवार को जो 57 पॉजिटिव मरीज पाये गये हैं, उनमें करीब 30 प्रवासी मजूदर हैं।
72 नए कोरोना पॉजिटिव
बिहार में सोमवार शाम तक कोरोना के 72 नये मरीजो का पता चला है। इससे बिहार में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 1392 हो गयी है। गोपालगंज जिले में आज 22 नये कोरोना पॉजिटिव मिले है, जबकि, भागलपुर में चार, कटिहार में एक और अरवल में दो मरीज मिले है।
दिल्ली से आने वाले 24 प्रतिशत संक्रमित
प्रवासियों में सर्वाधिक संक्रमण के मामले दिल्ली से आए श्रमिकों के मिले हैं। यहां से आये अब तक 1070 में 172 संक्रमित हैं, जो 24 प्रतिशत है। इसके अलावा गुजरात से 2400 में से 124 लोग कोराना संक्रमित पाए गए। पश्चिम बंगाल से 310 में से 26, हरियाणा से आये 525 में से 25, मध्य प्रदेश से आये 124 में से चार, तमिलनाडु से आये 77 में से दो, झारखंड से आये 123 में से तीन संक्रमित हैं जबकि 1011 प्रवासी ऐसे है जिनके राज्य की जानकारी नहीं है. इनमें 23 लोग संक्रमित हैं।