रामकृपाल यादव ने यहां कहा कि कौन क्या कहता है, इससे कोई मतलब नहीं है। हमारे नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं और हम उन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे। यादव ने कहा कि एनडीए के सहयोगी दलों के बीच सीटों पर तालमेल किस तरह और किन किन सीटों पर होगा यह पार्टी के नेता ही तय करेंगे।
जदयू ने नीतीश के नेतृत्व का दावा किया था
इससे पूर्व जदयू प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा था कि लोकसभा हो या विधानसभा चुनाव बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही जदयू चुनाव लड़ेगा। आलोक ने कहा था कि नीतीश कुमार एनडीए के बिहार में बड़े नेता हैं और पार्टी उन्हीं को आगे रखकर चुनाव लड़ेगा। आलोक ने यह भी कहा था कि जदयू और भाजपा पहले भी 25 और 15 सीटों पर तालमेल कर चुनाव लड़ चुके हैं। उल्लेखनीय है कि जदयू ने बिहार में बड़े भाई की भूमिका में आकर लोकसभा और विधानसभा चुनाव लडऩे का एकतरफा ऐलान कर दिया है। जदयू की ओर से 25 सीटों पर दावा किया गया है और अन्य सहयोगियों के साथ भाजपा के लिए मात्र पंद्रह सीटें छोडऩे की बात कही गई है।
भाजपा नेता खफा
जदयू के इस दावे को राज्य के भाजपा नेता पचा नहीं पा रहे हैं। बिहार से एनडीए में भाजपा की कुल 22 सीटों के अलावा लोजपा के 6 और रालोसपा के तीन सांसद हैं। रालोसपा अब दो गुटों में है। एक गुट के नेता जहानाबाद के सांसद अरुण कुमार हैं जबकि दूसरे गुट के नेता उपेंद्र कुशवाहा केंद्र में मंत्री हैं। कुशवाहा इन दिनों भाजपा के साथ रहते हुए उस पर अधिक हमलावर और नीतीश कुमार से नजदीकियां बनाकर चल रहे हैं।