रियलिटी शो बेस्ट प्लेटफॉर्म उन्होंने कहा कि देश में म्यूजिक रियलिटी शोज के चलते अच्छे-अच्छे सिंगर्स लोगों के सामने आए हैं। यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जहां देश के अलग-अलग हिस्सों से टैलेंट को सर्च कर प्रस्तुत किया जाता है। यहां एक परफॉर्मेंस सिंगर को आम ऑडियंस तक पहुंचा देती है। यह हमारे दौर में नहीं था, यह आज के सिंगर्स के लिए सबसे फायदेमंद माध्यम है। नए सिंगर्स को ऐसे शोज में नामचीन और अनुभवी सिंगर्स और म्यूजिक डायरेक्टर्स से सीखने को मिलता है और ज्यादा से ज्यादा लोगों तक अपना टैलेंट शोकेस करने का मौका मिलता है।
इंडिपेंडेंट क्रिएशन का दौर शेखर ने कहा कि हमारे दौर में इंडीपॉप म्यूजिक का क्रेज था, जिनमें दलेर मेहंदी सहित कई सिंगर्स के गाने लोगों की जुबान पर रहते थे। इसके बाद फिल्म म्यूजिक का दौर आया और अब फिर से इंडी-पॉप का क्रेज बढ़ गया है। इंडिपेंडेंट म्यूजिक के जरिए टैलेंटेड सिंगर्स अपना क्रिएशन और एक्सपेरिमेंट्स को सामने ला रहे हैं। बॉलीवुड म्यूजिक का अपना रुतबा है, लेकिन इंडी-पॉप अब अपनी अलग पहचान बनाने में सहायक है। यहां एक्टर्स के चेहरे से नहीं एक सिंगर की आवाज से गाना लोगों तक पहुंचता है।
राजस्थान से पुराना जुड़ाव शेखर ने कहा कि मैं आठ साल की उम्र से गायन से जुड़ा हुआ हूं। मां संगीत सिखाया करती की थी। परिवार में संगीत परम्परा की तरह था। इसके बाद किराना घराना के जरिए क्लासिकल म्यूजिक की बारीकियां सीखी। किराना घराने का संबंध राजस्थान से भी रहा है, ऐसे में मैंने यहां के फोक से लेकर क्लासिकल अंदाज को दिल से समझने का प्रयास किया है। फोक को लेकर कई बार नए तरह से प्रयोग भी किए हैं, जिन्हें काफी सफलता भी मिली है। आने वाले दिनों में शाहरुख खान की पठान से लेकर कई बड़ी फिल्मों में गाने और म्यूजिक डायरेक्शन रहेगा। उन्होंने शाहरुख खान के लिए कहा कि उनके साथ काम करना सबसे खास रहा है। शाहरुख बतौर प्रोड्यूसर और एक्टर हमें पूरी छूट देते हैं, हम जहां संगीत तैयार करें, वह हमेशा तैयार रहते हैं।