सोलर इंडस्ट्री में शुरुआत से रही रुचि अतुल ने बताया कि मैंने हाई स्कूल में सूरज की किरणों की ताकत देखी थी, जिसमें शीशे से किरणें रिफ्लेक्ट होकर, लकड़ी को जला दे रही थी, उसी रिफ्लेक्ट को देखकर सोलर एनर्जी पर कार्य करने का प्रोत्साहन मिला, इसी वजह से मैंने सर्प्रथम इलेट्रॉनिक इंजीनियरिंग से डिप्लोमा प्राप्त किया। इसके बाद 2 साल का मल्टीनेशनल कंपनी से एक्सपीरियंस लिया और फिर एडलॉ रिन्यूएबल्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी से अपना सोलर का व्यापार शुरू किया। शुरुआत में मेरे पास सिर्फ एक लाख रुपए का निवेश था जो बिजनेस में लगाया और धीरे-धीरे अपने आप को ग्रो किया। आज हमारी कंपनी सोलर पैनल के इंस्टालेशन, सोलर पैनल, सोलर लाइट, सोलर एलईडी बनाने, बैटरी से चलने वाली बाइक और बैटरी से चलने वाली स्कूटी बनाने का काम करती है। वहीं उनकी दूसरी कंपनी ए5 कंस्ट्रक्शन एंड इंजीनियरिंग में कंस्ट्रक्शन, बिल्डिंग बनाने, इमारते बनाने, जमीन की खरीदने और बेचने का कार्य होता हैं।
कोरोना महामारी से भी नहीं पड़ा प्रभाव
अतुल ने बताया कि कोरोना महामारी से हमारे बिजनेस पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा, क्योंकि इस बीच हमें एनटीपीसी के अंतर्गत सोलर इंस्टालेशन की बड़ी साइटों पर काम किया। कोरोना के समय हमें और कार्य करने में सुविधा मिल गई, क्योंकि रोड पर कम अवागमन से ट्रांसपोर्ट के आवागन में हमें सुविधा मिली । अतुल सोशल मीडिया के लिए समय निकाल लेते हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान पीढ़ी के साथ, उन्होंने खुद को अपडेट किया है और एक सोशल मीडिया प्रभावक के रूप में लोगों का प्रतिनिधित्व किया है। उनके फेसबुक पेज पर 1.99 लाख और ट्विटर पर 37.5 हजार फॉलोअर्स हैं।
अतुल ने बताया कि कोरोना महामारी से हमारे बिजनेस पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा, क्योंकि इस बीच हमें एनटीपीसी के अंतर्गत सोलर इंस्टालेशन की बड़ी साइटों पर काम किया। कोरोना के समय हमें और कार्य करने में सुविधा मिल गई, क्योंकि रोड पर कम अवागमन से ट्रांसपोर्ट के आवागन में हमें सुविधा मिली । अतुल सोशल मीडिया के लिए समय निकाल लेते हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान पीढ़ी के साथ, उन्होंने खुद को अपडेट किया है और एक सोशल मीडिया प्रभावक के रूप में लोगों का प्रतिनिधित्व किया है। उनके फेसबुक पेज पर 1.99 लाख और ट्विटर पर 37.5 हजार फॉलोअर्स हैं।