धया सिंधु ने बताया कि इस डिवाइस से स्मार्टफोन के कैमरे के नीचे डॉक्यूमेंट लगाकर अपने मेल को बिना किसी दिक्कत के पढ़ा जा सकता है। इतना ही नहीं, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इनोवेशन यह दावा करती है कि यह किसी भी विकलांग प्रोफाइल पर लागू है।
उन्होंने बताया कि यह डिवाइस साइन लैंग्वेज को ऑडियो आउटपुट में बदलकर बधिर लोगों के लिए सुनने के अनुभव को बेहतर बनाता है। वहीं, इस डिवाइस में शामिल की गई मुख्य विशेषताएं सेंसर, माइक्रोकंट्रोलर, एलसीडी मॉड्यूल, एसडी कार्ड मेमोरी, इयरफोन और ऑडियो एम्पलीफायर हैं, जिसमें बॉडी लैंग्वेज को चुनने के लिए सेंसर की जरूरत होती है। सेंसर हाथ के इशारों के एक्स, वाई और जेड कोआर्डिनेट डेटा को कैप्चर करते हैं। दरअसल, यह स्मार्ट वॉयस डिवाइस एक ट्रांसलेशन सिस्टम की तरह ही काम करता है, जिसका काम साइन लैंग्वेज को ऑडियो में बदलना है।
इस डिवाइस के कॉस्ट की बात करें, तो यह स्मार्ट डिवाइस शरीर की भाषा को आवाज में बदलने में सस्ती, पोर्टेबल और अत्यधिक कुशल है। हालांकि, एआई डेवलोपमेन्ट एक प्रमुख एलिमेंट है, जिसमें वॉयस कमांड भी महत्वपूर्ण है।