रवीश ने कहा कि देश के वर्तमान हालातों पर चिंता कीजिए, उन्होनें दिल्ली की शाहीनबाग पर चल रहे धरने—प्रदर्शन का समर्थन करते हुए कहा कि ये वो महिलाएं है, जो देश को कुछ कहना चाहती है। सरकार से पूछे जाने वाले सवाल शाहीनबाग से पूछे जा रहे है और उन्हें जवाब भी मिल रहा है। दिल्ली में पहले भी अदालते तक बंद हो गई, लेकिन सिर्फ आज शाहीनबाग के जाम की ही चिन्ता है। इस दौरान रवीश ने मीडिया की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा किया
गांधी को बार—बार मारा जा रहा है
उन्होंने कहा कि आज कपडो से लोगों की पहचान साबित की जा रही है, महात्मा गांधी को सूट पहने अंग्रेजों ने पहचाना था, उस महान व्यक्ति ने अपने कपडे ही उतार दिए और बिना कपडों के ही आगे बढा और लोग उनके पीछे चलते रहे। आज उसी गांधी को बार—बार मारा जा रहा है। सरकार ने पिछले पांच साल में गांधी का नाम लेकर खूब झूठ बोला है, आज गंणतंत्र दिवस है और आज से पांच दिन बाद फिर गांधी को एक बार और मारा जाएगा। उन्होंने कहा कि टुकडे टुकडे गेंग और अवॉर्ड वापसी गेंग का नाम उस गेंग ने दिया है, जो कपडों से पहचान करती है। प्रधानमंत्री मुझे इंटरव्यू नहीं देते, अक्षय कुमार और प्रसून जोशी को ही दे पाएंगे। यदि मुझे इंटरव्यू के लिए बुलांएगे तो मैं अब सवाल नहीं पूछूंगा, उन्हें गले लगाकर आउंगा। उन्हें प्यार चाहिए, ताकि नफरत ना फैला सके।
गांधी को बार—बार मारा जा रहा है
उन्होंने कहा कि आज कपडो से लोगों की पहचान साबित की जा रही है, महात्मा गांधी को सूट पहने अंग्रेजों ने पहचाना था, उस महान व्यक्ति ने अपने कपडे ही उतार दिए और बिना कपडों के ही आगे बढा और लोग उनके पीछे चलते रहे। आज उसी गांधी को बार—बार मारा जा रहा है। सरकार ने पिछले पांच साल में गांधी का नाम लेकर खूब झूठ बोला है, आज गंणतंत्र दिवस है और आज से पांच दिन बाद फिर गांधी को एक बार और मारा जाएगा। उन्होंने कहा कि टुकडे टुकडे गेंग और अवॉर्ड वापसी गेंग का नाम उस गेंग ने दिया है, जो कपडों से पहचान करती है। प्रधानमंत्री मुझे इंटरव्यू नहीं देते, अक्षय कुमार और प्रसून जोशी को ही दे पाएंगे। यदि मुझे इंटरव्यू के लिए बुलांएगे तो मैं अब सवाल नहीं पूछूंगा, उन्हें गले लगाकर आउंगा। उन्हें प्यार चाहिए, ताकि नफरत ना फैला सके।