कला, संस्कृति विभाग से जुड़ी सभी अकादमियों को चेयरमैन का इंतजार है, इन सभी अकादमियों में राजनैतिक स्तर पर नियुक्तियां होती है। इन अकादमियों में राजस्थान साहित्य अकादमी, उर्दू अकादमी, संस्कृत अकादमी, बृजभाषा अकादमी, ललित कला अकादमी, संगीत नाटक अकादमी, सिंधी भाषा अकादमी, पंजाबी अकादमी में पद रिक्त होने पर अतिरिक्त प्रभार पर कार्य सौंपा गया है। कई अकादमियों में सचिव पद पर भी नियुक्ति नहीं हुई है, एक ही अकादमी के सचिव को तीन-चार अकादमियों की जिम्मेदारी दी गई है।
जेकेके में कब आएंगे डीजी और एडीजी
जवाहर कला केंद्र में पिछले कुछ महीनों से महानिदेशक और अतिरिक्त महानिदेशक (तकनीकी) के पद के लिए नियुक्ति आदेश नहीं निकले हैं। इन दोनों पदों पर कलाकारों की नियुक्ति होती है और इसके लिए सरकार कलाकारों से आवेदन लेती और इंटरव्यू के बाद इन पदों पर नियुक्ति दी जाती है। इन पदों पर कलाकार नियुक्त नहीं होने से इंटरनेशनल इवेंट्स में कमी आई है। सरकार की तरफ से जेकेके को करोड़ों का बजट तो आवंटित किया जा रहा है, लेकिन पिछले कुछ महीनों से यहां इंटरनेशनल लेवल के एक भी इवेंट आयोजित नहीं हुए हैं।