scriptजेईसीसी के कॉन्फ्रेंस हॉल में जेएलएफ की कहानियां नहीं बुनी जा सकती : संजॉय के रॉय | JLF stories cannot be woven in JECC conference hall: Sanjoy K. Roy | Patrika News

जेईसीसी के कॉन्फ्रेंस हॉल में जेएलएफ की कहानियां नहीं बुनी जा सकती : संजॉय के रॉय

locationजयपुरPublished: Jan 20, 2020 09:31:10 pm

Submitted by:

Anurag Trivedi

अशोक क्लब में आयोजित टॉक शो में रूबरू हुए जेएलएफ के प्रोड्यूसर संजॉय के रॉय
 

जेईसीसी के कॉन्फ्रेंस हॉल में जेएलएफ की कहानियां नहीं बुनी जा सकती : संजॉय के रॉय

जेईसीसी के कॉन्फ्रेंस हॉल में जेएलएफ की कहानियां नहीं बुनी जा सकती : संजॉय के रॉय

जयपुर. फेस्टिवल हर जगह अपनी कहानी कहते है, जेएलएफ की शुरुआत हैरिटेज फेस्ट के साथ हुई थी, जो कल्चर को सेलिब्रेट करता है। अब यह फेस्ट अपनी कहानी जेईसीसी के कॉन्फ्रेंस हॉल में कहे, यह फेस्ट के साथ जस्टिस नहीं होगा। पिछले १३ साल से हम यह फेस्ट कर रहे है और इस फेस्ट ने दुनियाभर मंे नाम कमाया है, यह इस शहर की पहचान बना है, यह हम नहीं दुनियाभर के लोग कहते आते है। मैंने दुनियाभर में कार्यक्रम आयोजित किए है, इस लिहाज से कह सकता हूं कि फेस्टिवल के लिए लोकेशन का महत्वपूर्ण होना जरूरी है। हम हैरिटेज लोकेशन को प्राथमिकता रख रहे है और संवाद के जरिए इस विषय का हल संभव हो जाएगा। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के प्रोड्यूसर संजॉय के रॉय सोमवार को अपनी लाइफ जर्नी के साथ फेस्टिवल की अब तक की जर्नी को शेयर करते नजर आए। अशोक क्लब में आयोजित सत्र में कहा कि यह फेस्ट जयपुर विरासत फाउंडेशन ने जयपुर हैरिटेज इंटरनेशनल फेस्टिवल के नाम से इनिशिएटिव शुरू किया था, जिस हमने जेएलएफ के जरिए आज तक संभाला हुआ है।
बच्चों के लिए सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण

रॉय ने कहा कि यह फेस्टिवल बच्चों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि आज दुनिया के सामने आने वाले मुद्दों के बदलाव में इनकी अहम भूमिका है। इस प्रकार इस फेस्टिवल को सभी के लिए खुला और सुलभ बनाए रखना ही उचित है। कला एक प्रकार से दुनिया के मुद्दों को हल करने का सर्वाधिक उपयुक्त तरीका है, क्योंकि यह अधिक स्वीकार्य व सुलभ है। फेस्ट के सारे सत्र इंटरनेट पर लाइव नजर आते है, लेकिन लोग इन्हें प्रत्यक्ष रूप से जुड़कर या हिस्सा बनकर इसको यादों में शामिल करने में जुड़े रहते हैं। हमने जेएलएफ को इंडिया से बाहर भी पहुंचाया है और यह हमारे लिए बहुत गर्व की बात है।
९ साल के राइटर की बुक होगी लॉन्च

संजॉय रॉय ने बताया कि इस वर्ष के फेस्टिवल में 550 स्पीकर हिस्सा ले रहे हैं, इनमें 120 स्पीकर पुरस्कार विजेता हैं। इस वर्ष के जेएलएफ के व्यापक विषयों में जलवायु, संविधान, कविता, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस व अन्य शामिल हैं। इस बार के फेस्टिवल में अपनी पुस्तक को लॉन्च करने वाले सबसे कम उम्र के लेखक मात्र नौ वर्ष के हैं और वे जयपुर से है। डिग्गी पैलेस में इस बार 23 से 27 जनवरी तक आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम की शुरुआत में सिंहा ने सभी का स्वागत किया।ॅन्च करने वाले सबसे कम उम्र के लेखक मात्र नौ वर्ष के हैं और वे जयपुर से है। डिग्गी पैलेस में इस बार 23 से 27 जनवरी तक आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम की शुरुआत में सिंहा ने सभी का स्वागत किया।
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