तेलगू डायलॉग को रोमन में लिखती थी कपिलक्षी ने बताया कि तेलगू लैंग्वेज मेरे लिए बिलकुल नहीं थी, मैं सोच रही थी कि इसे कैसे कर पाउंगी, लेकिन पहले दिन से ही आसान हो गया। मैंने जाते ही वहां एक असिस्टेंट की मदद से डायलॉग को रोमन में लिखना शुरू किया, इसके बाद उस डायलॉग के इमोशंस पूछे। जब पहली बार सेट पर पहुंची और एक टेक में डायलॉग ओके हो गया तो पूरी यूनिट ने तालियां बजाकर हौसला बढ़ाया। डायरेक्टर ने मेरी तैयारी के बारे में जाना तो वे बहुत खुश हुए। इसके बाद मुझे सेट पर किसी भी तरह की दिक्कत नहीं आई। डायरेक्टर्स से लेकर एक्टर्स ने मेरी लैग्वेज प्रॉब्लम को समझते हुए हर तरह से मदद की। पिछले छह महीने से हम शूट कर रहे हैं और आज मैं थोड़ी-थोड़ी तेलुगू बोलने भी लगी हूं।
पिता माधुरी के फैन थे उन्होंने बताया कि हम तीन बहनें हैं, जब मैं पैदा हुई थी तो लोग मेरे पिता को कहते थे कि दहेज की तैयारी में लग जाओ। तब मेरे पिता कहते थे कि मेरी बेटी को मैं हीरोइन बनाउंगा और यह माधुरी दीक्षित की तरह फिल्मों में दिखेगी। मेरे पिता आज इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उनका ड्रीम आज पूरा होने जा रहा है। फिल्म की अधिकांश शूटिंग कंपलीट हो गई है। एक-दो महीनों में यह रिलीज को तैयार होगी। मेरी मां मुझे हमेशा पॉजिटिव रहने की सलाह देती थी, यही कारण है कि मुझे कहीं भी दिक्कत नहीं आई, खुशी या गम का मौका हो मैंने कभी नेगेटिव थिंकिंग नहीं रखी।