फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन को बचाना है लोम हर्ष ने बताया कि बतौर राइटर-डायरेक्टर यह फिल्म मेरे लिए एक बाइबल की तरह है, जिसमें मैं कुछ भी गलत नहीं दिखा सकता हूं। फिल्में फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन का ही एक जरिया है और हमें इसे बचाना होगा। जो हमारे समाज या देश में घटित हो रहा है, उन्हीं के आधार पर लिखा गया है, अब लोग इसका भी विरोध करेंगे तो कैसे चलेगा? गेवी ने कहा कि पाकिस्तान से तो नेगेटिव कमेंट आ रहे हैं, लेकिन देश के लोग भी इस बात का गलत मतलब निकाल रहे हैं। हमारा मकसद देश का बंटवारा या तोडऩा नहीं है।
इस डायलॉग पर है विवाद
फिल्म के ट्रेलर में नजर आ रहे गेवी कहते हैं कि ‘अगर कानून और व्यवस्था सबके लिए एक समान है ही नहीं, तो बना दीजिए एक नया पाकिस्तान और निकाल फेंकिए बेबस और लाचार लोगों को।’ इस डायलॉग के बाद पाकिस्तान से भी कई सामाजिक कार्यकताओं ने वीडियो मैसेज के जरिए फिल्म की आलोचना की है।