बह्मा की सर्वश्रेष्ठ रचना है मानव
जयपुरPublished: May 02, 2019 08:57:35 pm
वरिष्ठ रंगकर्मी शहजोर अली के निर्देशन में नाटक ‘क्या ये सही है’ का मंचन
जयपुर. कला, साहित्य, पुरातत्व और संस्कृति विभाग के सहयोग से दृश्य भारती सांस्कृति संस्थान में नाटक ‘क्या ये सही है’ की प्रस्तुति हुई। ३० दिवसीय नाट्य कार्यशाला में तैयार इस नाटक का निर्देशन शहजोर अली ने किया। नाटक में कन्या भू्रण हत्या के मुद्दे को उठाते हुए लोगों की मानसिकता पर कटाक्ष किया गया। नाटक में बताया गया कि ब्रह्मा की श्रेष्ठ रचनाओं में सर्वश्रेष्ठ रचना मानव को माना जाता है। यदि ब्रह्मा को ज्ञात होता कि पृथ्वी पर मानव कन्या को कोख में ही उजाड़ देगा, मानव कन्या की हत्या करेगा तो शायद वो मानव की रचना ही नहीं करते। आज का मानव हर क्षेत्र में सर्वांगीण विकास कर रहा है, लेकिन नारी को लेकर मानसिक विकृति में कोई बदलाव नहीं आया है। नाटक में सुमन शर्मा, काजल चौहान, मोहित कुमार, प्रेम चन्द शर्मा, आयुषी तंवर, गौरव सोनी, विजय राजौरिया, उमा शर्मा, गुंजन सैनी, आशीष, सुगना चौधरी, मोनिका, एकता सोनी, मीना श्रीवास्तव और कुलदीप ने अभिनय किया। नृत्य संरचना चन्द्र किरण, संगीत महेश महावर, मेकअप चन्द्र सिंह, लाइट असलम कुरेशी, वेशभूषा उमा शर्मा की रही।