नवराज ने कहा कि मैं सूफी म्यूजिक का दीवाना हूं, पिता के बाद नुसरत फतेह अली के गानों को सबसे ज्यादा सुना है। एक वक्त ऐसा था, जब मैं कव्वाल बनना चाहता था और दरगाह पर बैठकर कव्वाली गाना चाहता था। लेकिन उसी वक्त मेरी शादी कर दी गई और जिम्मेदारियों के चलते उस तरफ ध्यान ना देकर परिवार के पालन-पोषण में लग गया, क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि मेरे परिवार की जिम्मेदारी भी मेरे पिता उठाए। अब पिछले दो साल में न केवल लोगों ने मेरे गानों को पसंद किया है, बल्कि बड़े-बड़े एक्टर्स पर भी मेरे गानों को फिल्माया गया है। यह मेरे लिए गर्व की बात है।
रियाज के साथ शुरू होता है दिन उन्होंने बताया कि बचपन से ही म्यूजिक सुनते आए हैं और पिता ने रियाज को सबसे महत्वपूर्ण बताया था। इसलिए मेरे दिन की शुरुआत रियाज से होती है, यही कारण है कि मैं बिना किसी प्लस, माइनस के तीन घंटे लाइव परफॉर्म कर लेता हूं। मैंने पहला गाना पिता के साथ ही गाया था और वह लोगों को बहुत पसंद आया था। आगे भी मौका मिला तो उनके साथ जरूर कुछ नया लेकर आउंगा। अभी बॉलीवुड में लगभग ९ गाने रिलीज की कतार पर है और हर एक महीने में एक गाना रिलीज होगा। मई में एक सूफी गाना आ रहा है, सूफी मेरे दिल के करीब है और आज भी जब मुझे पीस की जरूरत होती है, तो दरगाह पर हारमोनियम लेकर बैठ जाता हूं और सूफी म्यूजिक प्रस्तुत करने लग जाता हूं।