लॉकडाउन के शुरू में टेस्टिंग मशीन के वितरण और जरूरतमंदों को खाना पहुंचाने जैसे सोशल वर्क किए। इसके बाद पूरी फैमिली के साथ फार्महाउस शिफ्ट हो गया। सुबह साढ़े सात बजे आराम से उठता हूं। परिवार के साथ योग-प्राणायम करने के बाद एक घंटे स्विमिंग करा हूं। कुकिंग में भी हाथ अजमा रहा हूं। दीप त्रिवेदी की ‘कृष्णा’ के सभी छह एडिशन पढ़ चुका हूं। शाम को रनिंग और बच्चों के साथ क्रिकेट का लुत्फ लेता हूं।