shrikhand mahadev yatra : श्रीखंड महादेव की यात्रा 15 जुलाई से शुरू होने जा रही है। जो भी श्रीखंड महादेव के दर्शन करना चाहते हैं, वो 10-14 जुलाई के बीच रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
15 जुलाई से श्रीखंड की यात्रा, 18500 फीट ऊंची पहाड़ी पर हैं महादेव
शिव भक्तों के लिए पंच कैलाश की यात्रा काफी मायने रखती है। यही कारण है कि दुर्गम रास्तों को पार कर और अपनी जान जोखिम में डालकर भोलेनाथ ( Lord Shiva ) के पांच तीर्थ स्थानों के दर्शन के लिए जाते हैं। भगवान शिव के तीर्थ में कैलाश पर्वत, मणिमहेश, किन्नर कैलाश, आदि कैलाश और श्रीखंड महादेव ( Shrikhand mahadev ) शामिल हैं।
ये भी पढ़ें- अमरनाथ, केदानाथ और कैलाश मानसरोवर से भी दुर्गम है श्रीखंड महादेव की यात्रा हम सभी जानते हैं कि इन सभी तीर्थस्थानों तक पहुंचना काफी मुश्किल होता है। लेकिन इन सभी में श्रीखंड महादेव तक पहुंचना सबसे दुर्गम और मुश्किल माना जाता है। श्रीखंड महादेव की यात्रा 15 जुलाई से शुरू होने जा रही है। जो भी श्रीखंड महादेव के दर्शन करना चाहते हैं, वो 10-14 जुलाई के बीच रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
बता दें कि रजिस्ट्रेशन के लिए यात्रियों को शारीरिक जांच प्रमाण पत्र भी देना होगा, ताकि प्रशासन जान सके आप इस यात्रा पर जा सकते हैं या नहीं। गौरतलब है कि श्रीखंड महादेव की यात्रा जोखिम भरी होती है। यही कारण है कि बीमार या शारीरिक रूप से कमजोर लोगों को श्रीखंड महादेव की यात्रा में जाने की अनुमति नहीं मिलती है।
18500 फीट ऊंची पहाड़ी पर हैं श्रीखंड महादेव श्रीखंड महादेव हिमाचल प्रदेश के निरमंड खंड की 18500 फीट ऊंची पहाड़ी पर बसे हैं। यहां जाने वाले यात्रियों को 35 किमी की जोखिम भरी यात्रा पार करना पड़ता है, तब श्रीखंड महादेव का दर्शन होता है। माना जाता है कि यह यात्रा अमरनाथ यात्रा से भी दुर्गम होता है।