सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अखिलेश यादव के परिवार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। बदायूं से अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल को उम्मीदवार बनाया है। चर्चा है कि शिवपाल यादव लोकसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि शिवपाल यादव अपनी जगह अपने बेटे आदित्य यादव को बदायूं से उम्मीदवार बनाना चाहते हैं।
शिवपाल यादव ने चुनाव प्रचार के दौरान पार्टी में युवाओं को अधिक मौका देने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव भी 26 साल की उम्र में सांसद का चुनाव लड़े थे, जिसके बाद से ही आदित्य के चुनाव लड़ने के कयास लगने लगे।
बदायूं में अब शिवपाल यादव से ज्यादा आदित्य यादव के नाम की चर्चा होने लगी है। आदित्य यादव ने खुद को चुनाव के लिए तैयार बताया है। एक मीडिया से बात करते हुए शिवपाल यादव के बेटे ने कहा, “हम चुनाव जीत रहे हैं। यहां पर माहौल अच्छा है। लोग सपा के सहयोग में हैं, क्योंकि यहां की मौजूदा सांसद ने 5 साल में कुछ नहीं किया है।
चुनाव लड़ने के सवाल पर आदित्य यादव ने कहा कि ये निर्णय जनता का है। पार्टी इस पर फैसला करेगी। हम चुनाव के लिए तैयार हैं। सपा निश्चित तौर पर बदायूं से जीतकर जाने वाली है। ये सपा का क्षेत्र रहा है। यहां की जनता ने हमेशा सहयोग किया और आगे भी सहयोग करेगी।
बदायूं से शिवपाल यादव के नाम का एलान होने के बाद से आदित्य यादव ने यहां मोर्चा संभाला है। वो लगातार चुनाव प्रचार और जनसभाएं कर रहे हैं। शिवपाल यादव भी कई दिनों के बाद बदायूं पहुंचे थे। ऐसे में आदित्य पिता शिवपाल यादव के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रचार करते दिख रहे हैं। शिवपाल यादव भी बेटे को आगे करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।