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इसलिए पहली बार भाजपा की इज्जत दांव पर, रोचक दौर में चुनाव, जानिए कारण

locationपीलीभीतPublished: Nov 07, 2017 08:27:39 pm

Submitted by:

Santosh Pandey

तीन महिलाएं एक साथ मैदान में, प्रमुख पार्टियां लड़ाई में कायम

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पीलीभीत। नगरीय निकाय चुनाव में जिले में मामला रोचक मोड़ पर पहुंच गया है। सपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों के बाद नामांकन के अन्तिम दिन मंगलवार को प्रमुख प्रत्याशियों ने भी नामांकन किए। यहाॅ सबसे पहले बसपा के वरिष्ठ नेता व जनपद के कोलोनाईजर नफीस अंसारी ने अपनी पत्नी नसरीन अंसारी का नामांकन कराया। इसके बाद भाजपा के बागी निवर्तमान चेयरमेन प्रभात जायसवाल ने अपनी पत्नी विमला जायसवाल का नामांकन कराया। अंत में भाजपा प्रत्याशी सर्जन डा0 दिव्या मिश्रा ने भी नामांकन कराया। भाजपा की इस बार इज्जत दांव पर लगी हुयी है। क्योंकि केन्द्र व प्रदेश में सरकार तो है ही साथ ही यहाॅ के चारों विधायक भी भाजपा के ही हैं। मुकाबला बेहद दिलचस्प माना जा रहा है।
वर्तमान अध्यक्ष निर्दलीय उतरे मैदान में

यूॅ तो पीलीभीत नगर पालिका से कई प्रत्याशियों ने अपने नामांकन कराये लेकिन बात जनता के नजरिये से की जाये तो मुकाबला त्रिकोणीय बनता जा रहा है। सबसे पहले बात करते है भाजपा की डा0 दिव्या मिश्रा की। इनके ससुर पं0 राघवेन्द्र नाथ मिश्रा शहर के जाने माने दवा व्यवसायी है। पति डा0 योगेन्द्र नाथ मिश्रा न्यूरो सर्जन हैं। संघ और भाजपा के पुराने कार्यकर्ता भी हैं। जिसकी वजह से भाजपा ने इनपर दांव खेला है। निवर्तमान चेयरमेन प्रभात जायसवाल को टिकट ना देकर इनपर उम्मीद जतायी है। इसी के बाद प्रभात जायसवाल ने अपने बागी तेवर दिखाये। अपनी पत्नी विमला जायसवाल की दावेदारी ठोंक दी। हालांकि पिछला चुनाव प्रभात जायसवाल निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में लड़े थे। भारी मतों से जीते थे। उनके पास अपनी खुद की एक मजबूत टीम भी है, लेकिन भाजपा लहर देखते हुये उन्होने दावेदारी ठोकी थी।

बसपा भी प्रवल दावेदारी में

वहीं बसपा की नसरीन अंसारी को इस मुकाबले में इसलिये माना जा रहा है क्योंकि शहर में मुस्लिम मतदाता भी बहुसंख्यक है। इनके पति नफीस अंसारी बिरादरी से है और शहर में करीब 17 हजार अंसारी वोट है। इसके साथ ही अन्य मुस्लिम बिरादरी भी नफीस के साथ है। वहीं बसपा का अपना निजी वोट बैंक भी नफीस के खाते में जाना तय माना जा रहा है। आम आदमी पार्टी से हिना जीलानी चुनाव लड़ रही है और इनके पति अफरोज जीलानी व्यापार मण्डल अध्यक्ष है। कयास है कि यह मुस्लिम मतदाताओं में सेंध लगा सकते है, वैसे इनका मानना यह है कि इन्हे सभी धर्म-जातियों का वोट मिलेगा।
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