बसपा नेता ने यह की शिकायत
बसपा नेता नफीस अंसारी पेशे से कोलोनाइज़र है और वो बसपा के एक कद्दावर नेता भी है। पुलिस अधीक्षक बालेन्दु भूषण सिंह को दी तहरीर में उन्होंने बताया कि जनपद के थाना जहानाबाद कस्बे में उनकी कुछ दुकानों का निर्माण हो रहा है। बीती 30 अक्टूबर को जहानाबाद के ही रहने वाले असलम जैदी व नसीम खॉ अनके पास आये और 5 लाख रूपये का गुण्डा टैक्स मांगा जिसके बाद जब उन्होंने मांग पूरी नहीं की तो बसपा नेता को उक्त दोनो आरोपियों ने दोबारा उनपर दवाब बनाने का प्रयास किया और जान से मारने की धमकी भी दी। बसपा नेता ने पुलिस दी तहरीर में यह भी बताया कि खुसरो सेना नेता अयाज़ खॉ जोकि उक्त दोनों आरोपियों के साथी है ने 3 नवंबर को फोन कर जान से मारने की धमकी दी और पुनः रंगदारी मांगी। इसके बाद भी जब बसपा नेता ने इनकी बात नहीं मानी तो 6 नवंबर को सुबह करीब 10.00 बजे जब वो कोतवाली सदर थाना क्षेत्र अपने आफिस केजीएन फेस-2 में बैठे थे तब उक्त तीनों अयाज खॉ, नसीम खॉ व असलम जैदी आये उनपर रिवाल्वर तान दिया। जिसके बाद गुण्डा टैक्स नहीं देने पर उनको जान से मारने की धमकी देते हुए चले गए।
पुलिस अधीक्षक ने बताया
पुलिस अधीक्षक बालेन्दु भूषण सिंह ने बताया कि बसपा नेता की तहरीर पर उन्होंने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई के आदेश दिए थे जिसपर मुकदमा दर्ज हो गया है पुलिस तथ्यों की जांच कर रही है। जांच के बाद अग्रिम कार्रवाई होगी।
कहानी में है ट्विस्ट
ज़मीनी तह तक पहुँचने के बाद पता चला है कि जिस भूमि को बसपा नेता अपना बता रहे है वो भूमि जहानाबाद के ही रहने वाले शफ़ीक अहमद, तौफीक अहमद व हसीना बेगम के नाम है और इन्होंने बसपा नेता नफीस के खिलाफ सिविल जज न्यायालय में वाद दायर किया था जिसपर न्यायालय ने दिनॉक 01 नवम्बर 2018 आदेश दिया था कि तत्काल दुकानों के निर्माण को रूकवाया जाये। इसके बाद भी जब निर्माण कार्य नहीं रूका तब हसीना बेगम में तमाम आलाअधिकारियों से न्याय कि गुहार बीती 05 नवम्बर को लगाई थी जिसके बाद 6 नवम्बर को कोतवाली पुलिस ने इसी जमीन से जुढे़ अन्य लोगो पर रंगदारी का मुकदमा दर्ज किया है।