क्या कहना है पुलिस का आरोप था कि कोतवाली बीसलपुर के तत्कालीन कोतवाल मनोज त्यागी के आवास पर युवक के साथ कुकर्म किया। सिपाही सुनील कुमार और दो अज्ञात सिपाहियों की मदद से कुकर्म किया गया था। जिस पर युवक ने कोर्ट की शरण लेते हुये मुकदमा दर्ज करवाया था। लेकिन पुलिस जांच में युवक द्वारा लगाये गये सभी आरोप झूठे साबित हुये। सीओ बीसलपुर अनुराग दर्शन ने बताया कि युवक द्वारा जिस समय और दिन की घटना बतायी गयी है उस दिन तत्कालीन कोतवाल मनोज त्यागी बीसलपुर में थे ही नहीं। वो तत्कालीन पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी के निर्देश पर माधोटांडा थाना क्षेत्र में अपराधियों की धरपकड़ में काम्बिंग कर रहे थे। जिससे साफ तौर पता चलता है कि युवक द्वारा लगाये गये आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं। इसलिये मुकदमे में एफआर लगा दी गयी है। युवक की मंशा कुछ और ही थी वो गलत तरीके से किसी के कहने में आकर झूठे आरोप लगा रहा था।