सड़क किनारे झाड़ियों में बच्चे की आवाज सुनकर वह रुक गया और बच्चे के पास पहुंचा तो उसे बच्चा कुछ अस्वस्थ लगा। इस पर उसने सबसे पहले तो पुलिस को फोन किया और बाद में बच्चे को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंच गया। जिसके बाद चाइल्डलाइन की टीम मौके पर पहुंची और बच्चे को अपने संरक्षण में जिला भर्ती करवा दिया है और उसकी देखभाल कर रहे हैं। घटना पीलीभीत-टनकपुर हाईवे पर न्यूरिया थाना क्षेत्र के पिपरिया अगरू और सैदपुर गांव के बीच हाईवे किनारे झाड़ियों का है।
गोपाल ने दी थी सूचना गोपाल चन्द्र के मुताबिक वह सुबह आठ बजे अपनी कार से बरेली से न्यूरिया आ रहे थे तो उन्हें झाड़ियों में बच्चे की आवाज सुनाई दी। इस पर उन्होंने कार रोकी और बच्चे के पास पहुंचे। कपड़े में लिपटा बच्चा जीवित तो था पर उसकी तबीयत ठीक नहीं लग रही थी। इस पर उसने बच्चे की सूचना न्यूरिया थाने में दी और बच्चे को लेकर सीएचसी पहुंचा गया। सूचना पर न्यूरिया थाना इंस्पेक्टर शहरोज अनवर ने अपने पुलिसकमिर्यों को महिला पुलिस कर्मी के साथ सीएचसी न्यूरिया नवजात को भेजा।
लावारिश बच्चे की मिलने की सूचना अस्पताल से चाइल्डलाइन को दी गई तो वहां से जिला समन्वयक निर्वाण सिंह भी अपनी टीम के साथ पहुंच गए। अस्पताल पुलिस के द्वारा से बच्चा उनके हवाले कर दिया गया। बताया है कि वह 8 दिन तक बच्चे को अपनी देखरेख में रखेंगे। इस दौरान उसकी पहचान कराने की कोशिश होगी। अगर बच्चे को कोई अपना नहीं आया तो उसे गोद देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। वहीं बाल कल्याण समिति की अध्क्षया जीनत जहॉ बेगम ने बच्चों चोरी की भी आशंका जताई है। फिलहाल बच्चा स्वथ्य है और वो जिला अस्पताल में भर्ती है। जहॉ चाइल्डलाइन की टीम उसकी देखभाल भी कर रही है। वहीं महिला अस्पताल की सीएमएस डा0 अनीता चौरसिया ने बताया है बच्चे वाले डाक्टर भी उसकी देखभाल कर रहे है और बच्चा बिलकुल ठीक है।