शत प्रतिशत स्वास्थ्य सेवाएं दिलाने की कोशिश मुख्य सचिव ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से निर्देश दिये हैं कि माह अगस्त 18 से ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस को सुपोषण स्वास्थ्य मेले के रूप में प्रत्येक माह के प्रथम बुधवार को मनाया जायेगा। इस मेले में ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस पर जो सेवाए एएनएम द्वारा दी जा रही थीं, वह सारी सेवाएं अब प्रत्येक माह के प्रथम बुधवार को उपकेंद्रों पर मेले के माध्यम से दी जाएंगी। सुपोषण स्वास्थ्य मेले में एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं गांव की आशा बहू आपसी समन्वय स्थापित कर अपने कार्यक्षेत्र की समस्त गर्भवती महिलाओं एवं दो वर्ष तक के सभी बच्चों की ड्यूलीस्ट बना कर उन्हें सुपोषण स्वास्थ्य मेले में बुलाकर शत प्रतिशत स्वास्थ्य सेवाएं दिलवाने का कार्य करेंगी।
गर्भवती महिलाओं की होगी जांच इस मेले में आयी समस्त गर्भवती महिलाओं की जांचें जैसे हीमोग्लोबिन, पेशाब, ब्लड प्रेशर, वजन और पेट की जांच हेतु गोपनीयता (प्राइवेसी) की व्यवस्था सत्र स्थल पर की जायेगी। समस्त सेवाओं का एमसीटीएस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन एवं अपडेशन साथ-साथ में ही किया जायेगा। बाल एवं पुष्टाहार विभाग से भी समन्वय स्थापित कर इस दिवस को पोषाहार वितरण आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा किया जाएगा ताकि कोई भी बच्चा और महिला कुपोषित न हो। जिला कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तम कुमार ने बताया कि समस्त अधीक्षक /प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, सामुदायिक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को पत्र के माध्यम से सूचित किया जा चुका है। मुख्य सचिव के निर्देशों का पालन करते हुए प्रत्येक माह के प्रथम बुधवार को ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस को सुपोषण स्वास्थ्य मेले के रूप में मनाया जायेगा। यह मेला जनपद के 199 उप स्वास्थ्य केन्द्रों पर आयोजित होगा।