जिलाधिकारी ने किसानों से कहा कि आढ़त पर धान बेचोगे तो 1000-1200 रुपए प्रति क्विंटल के भाव मिलेंगे और सरकारी केंद्रों पर धान बेचोगे तो आपका धान 1868 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जाएगा। डिप्टी आरएमओ को लताड़ लगाते हुए डीएम ने कहा कि किसानों का पंजीकरण नहीं हुआ है तो कराइए। मेरा नहीं यह आपका काम है। किसान मेहनत करके धान ले आया, अब उससे कह दोगे की वापस जाओ। अब कोई पंजीकरण नहीं, कोई सत्यापन नहीं। इनका धान तुलवाइए। डीएम ने कहा कि मैंने खुद चेक कर लिया है धान में कोई नमी नहीं है। इस वजह से जिले का कोई किसान नहीं अब नहीं भुगतेगा। समझ गये। जिलाधिकारी ने उप निदेशक (कृषि) यशराज सिंह और डिप्टी एमआरओ अविनाश झा को तत्काल 50 हजार किसानों का पंजीकरण कराने का निर्देश दिया। 14 अक्टूबर तक जिले के सिर्फ 19409 किसानों के ही रजिस्ट्रेशन हुए हैं।
वायरल हो रहा वीडियो
वायरल वीडियो को अब तक करीब 20 हजार लोग लाइक और 6 हजार से अधिक लोग शेयर कर चुके हैं। ट्विटर यूजर श्यामवीर सिंह लिखते हैं कि कुछ ऐसे भी आईएएस ऑफिसर्स होते हैं जो एग्जाम टॉप करें या न करें लेकिन काम जमीन पर टॉप का करते हैं। डीएम पीलीभीत इसका उदाहरण हैं। सभी डीएम इनसे सीख ले सकते हैं।
वायरल वीडियो को अब तक करीब 20 हजार लोग लाइक और 6 हजार से अधिक लोग शेयर कर चुके हैं। ट्विटर यूजर श्यामवीर सिंह लिखते हैं कि कुछ ऐसे भी आईएएस ऑफिसर्स होते हैं जो एग्जाम टॉप करें या न करें लेकिन काम जमीन पर टॉप का करते हैं। डीएम पीलीभीत इसका उदाहरण हैं। सभी डीएम इनसे सीख ले सकते हैं।