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पीलीभीत जिला कारागार में क़ैदी की मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

locationपीलीभीतPublished: Nov 08, 2018 08:44:01 pm

Submitted by:

suchita mishra

बीते दो सालों से बंद था जेल में कै़दी
हत्या के मामले में काट रहा था सज़ा
जेल प्रशासन व पुलिस का का कहना हार्टअटैक से हुई है मौत
परिजन लगा रहे जेल प्रशासन पर हत्या का आरोप
बुरी तरह चोटो के निशान थे मृतक हेमराज के चेहरे पर

Pilibhit Jail

Pilibhit Jail

पीलीभीत। उ0प्र0 की जेलों में हत्याएं आम होती जा रही है। अभी हाल ही में बागपत जेल में डान मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की छींटे प्रदेश सरकार धो नहीं पा रही तो वहीं दूसरा वाक़्या पीलीभीत की जिला जेल से आ रहा है। यहां हत्या के आरोप में जेल में निरूद्व एक कैदी की मौत बीते दिन हुई है। कैदी की मौत की खबर के बाद आनन-फानन में जिला प्रशासन और पुलिस दोनों ही किसी तरह मामले को दबाने में लगे है। लेकिन परिजनों का कहना है कि मृतक की हत्या जेल के अंदर की गई है। प्रथम दृष्ट्या शव को देखकर हत्या का ही क़यास लगाया जा रहा है। वहीं जेल प्रबंधन इसे स्वभाविक मृत्यु बता रहे है। पुलिस और प्रशासन भी किसी सवाल का जवाब देने में खुद को बेबस दिखा रहा है। मृतक की पुत्री ने कोतवाली थाना पुलिस जिला कारागार पीलीभीत के प्रबंधन पर हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। वहीं एसपी पीलीभीत का कहना है कि मृत्यु हार्टअटैक से हुई है।

यह दी गयी तहरीर और यह लगे आरोप

कोतवाली सदर पुलिस को दी तहरीर में मृतक हमेराज की पुत्री कमलेश ने बताया कि वो बीसलपुर कोतवाली क्षेत्र के गांव ईंटारोड़ा के रहने वाले है गांव में करीब दो साल एक हत्या हुई थी जिसके आरोप में उसके पिता 8 दिसंबर 2016 से जेल में बंद थे। आरोप है कि बीते दिन जहां पूरा देश दीपावली बना रहा था तो इस परिवार के ऊपर एक खबर आग बनकर बरसी। परिवार वालों के पास ख़बर पहुँची कि उनके परिवार के मुखिया की मृत्यु हो गई है। जेल प्रबंधन के भेजे पत्र में लिखा था कि मृतक हेमराज की तबियत अचानक खराब हुई जिसके बाद हमेराज को जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां उसकी मृत्यु हो गई। परिवारीजन ख़बर मिलते ही जिला अस्पताल पहुँचे जहां जैसे ही उन्होंने कफ़न उठाकर हेमराज का चेहरा देखा तो चेहरे पर गंभीर चोटों के निशान थे। मृतक हेमराज की नाक बुरी तरह कटी हुई थी, उसकी आंख पर चोट के निशान थे और सर के पीछे से भी खून निकल रहा था। जिसके बाद परिवानीजन आक्रोषित हो गए। उन्होंने जेल प्रशासन पर हेमराज की हत्या का आरोप लगाते हुए विरोध शुरू कर दिया। विरोध की सूचना पर सीओ सिटी धर्म सिंह मार्छाल व तहसीलदार सदर विवेक मिश्रा जिला अस्पताल पहुँचे जहां उन्होंने परिजनों को समझाने का काफी प्रयास किया लेकिन परिजन नहीं माने। जिसके बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई के आश्वासन पर परिजन शांत हुए। पोस्टमार्टम के दौरान परिजनों ने जेल प्रबंधन के खिलाफ कोतवाली प्रभारी के नाम तहरीर सीओ सिटी को दी है। पूरे मामले में पुलिस, प्रशासन व जेल प्रशासन तीनों ही चुप्पी साधे हुए है और कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे है।

पुलिस अधीक्षक ने बताया दिल का दौरा पड़ने से हुई मौत

पोस्टमार्टम हाऊज से नाराज़ परिजन जिला जेल पहुँचे जहां उन्होंने मृतक हेमराज की बैरक और कपडे़ आदि सामान देखने की मांग की। इस बाद जेल के गेट पर ही जेल प्रबंधन और परिजनों के बीच गहमा गहमी का माहोल बन गया। वहीं कोतवाल सदर किरन पाल सिंह ने अपना आपा खो दिया और वो परिजनों से बदतमीज़ी से बात करने लगे। जिससे परिजन और आक्रोशित हो गए, मौके की नाज़ाकत को देखते हुए पीएसी लगा दी गई। एसपी पीलीभीत बालेन्दु भूषण सिंह ने बताया कि हेमराज जोकि एक सज़ायाफ्ता कैदी हेमराज था जिसकी मृत्यु हो गई है और परिजनो का आरोप है कि उसकी हत्या की गई है। एसपी पीलीभीत की माने तो हेमराज की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है और जो उसके चेहरे पर चोटों के निशान मिले है वो इतने गंभीर नहीं कि जिससे किसी की मृत्यु हो जाये। आगे की कार्रवाई पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही होगी।

होनी चाहिए उच्च स्तारिए जाँच

इस पूरे घटनाक्रम के बाद यह तो नहीं कहा जा सकता कि जेल प्रशासन की घोर लापरवाही रही है। लगातार बदलते ब्यानों से भी जेल प्रबंधन खुद कटघरे में खड़ा हो रहा है। हेमराज की मौत पीलीभीत जेल पर एक सवालिया निशान बन गई है जिसकी उच्च स्तरीय जांच होना बेहद जरूरी है।

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