scriptमेनका गांधी पर पूर्व मंत्री का निशाना, बोले- ईमानदारी का सिर्फ ढोंग करती हैं | Samajwadi Party Leader Hemraj Verma Attacked on Maneka gandhi | Patrika News

मेनका गांधी पर पूर्व मंत्री का निशाना, बोले- ईमानदारी का सिर्फ ढोंग करती हैं

locationपीलीभीतPublished: Apr 14, 2018 06:47:53 pm

हेमराज वर्मा ने कहा कि बड़े शर्म की बात है कि मेनका गांधी के रहते पिछले 15 सालों से यहां विकास नहीं हो पाया।

Hemaraj Verma maneka gandhi
पीलीभीत। विकास के पथ पर जोड़ने वाला एकमात्र नेशनल हाईवे आज बदहाली की हालत में है। वैसे तो इस मार्ग का निमार्ण बीते 10 वर्षों से चल रहा है लेकिन आज भी यह मार्ग पूरा नहीं हो पाया है। इस मार्ग निमार्ण में कई ठेकेदार ब्लैक लिस्ट हो चुके हैं और कभी बजट नहीं आने के कारण कछुआ गति से इस मार्ग का निमार्ण हो रहा है।वहीं समाजवादी पार्टी नेता व पूर्व राज्यमंत्री हेमराज वर्मा ने मार्ग की बदहाली का सारा दोष यहां की सांसद व केन्द्रीय मंत्री मेनका संजय गांधी पर मढ़ा है।
जर्जर नेशनल हाईवे हाईवे पर मिट्टी की ऐसी धुंध छायी रहती है कि आगे जाने वाली और सामने से आने वाली गाड़ी दिखती ही नहीं है तो कहीं दलदल बना हुआ है। इस मार्ग की बदहाली करीब 10 सालों से पीलीभीत की जनता भुगत रही है। पीलीभीत को विकास पथ पर जोड़ने वाला यह एनएच 74 जो अब एनएच 730 हो गया है, यह बरेली से पीलीभीत होता हुआ हरिद्वार तक गया है। राजधानी लखनऊ से भी हरिद्वार जाने के लिये भी यह मार्ग ही एनएच 730 में शामिल है, लेकिन इसकी दुर्गति से जनता परेशान है। राज्यमंत्री व सपा नेता हेमराज वर्मा ने इसका दोष केन्द्रीय मंत्री व पीलीभीत की सांसद मेनका गांधी पर मढ़ा है।
मेनका गांधी पर निशाना

पूर्व राज्यमंत्री व सपा नेता हेमराज वर्मा ने मेनका गांधी पर आरोप लगाते हुये कहा है कि केन्द्रीय मंत्री ने कुछ भी काम नहीं कराया है उन्होंने जनता के साथ छल किया है। उन्होंने मेनका गांधी पर इमानदारी का झूठा नाटक दिखाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि वो खुद को ईमानदार बताती है लेकिन मैं उन्हें ईमानदार नहीं मानता। अगर वो अपनी निधि का 50 फीसदी भी विकास कार्यों में लगातीं तो पीलीभीत आज कहां से कहां होता। उन्होंने कहा कि मेनका गांधी इसी मार्ग से पीलीभीत आती हैं लेकिन उन्हें इस राजमार्ग की दुर्दशा नहीं दिखती। उन्होंने कहा कि बड़े शर्म की बात है कि उनके रहते पिछले 15 सालों से यह मार्ग नहीं बन पाया, उनके लिये यह ‘चुल्लू भर पानी में डूब मरने’ की बात है। मेनका ही नहीं उन्होंने वरूण गांधी का भी नाम लिये बिना कहा कि ऐसे लोगों को ‘चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिये’ जो पीलीभीत में पिछले 20-25 सालों से राज कर रहे हैं और विकास के नाम पर कुछ भी नहीं किया।
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