ये है मामला
पूरनपुर इलाके के पंकज कॉलोनी मंदिर और बंडा बस स्टैंड मंदिर के कुछ वीडियो शहर में वायरल हुए। इस वीडियो में नंदी चम्मच से दूध पी रहे थे। जैसे ही लोगों ने ये वीडियो देखा वे फौरन मंदिर की ओर दौड़ पड़े। कुछ ही देर में मंदिर में भक्तों का तांता लग गया। हर कोई चम्मच में दूध लेकर नंदी को पिलाने की जुगत में था। मंदिर में मौजूद भक्तों का कहना था कि नंदी सचमुच में दूध पी रहे हैं। जैसे ही उनके मुंह के सामने चम्मच लगाओ, दूध अचानक खत्म हो जाता है। वहीं शहर में कुछ लोग इसे अंधविश्वास बता रहे थे।
पूरनपुर इलाके के पंकज कॉलोनी मंदिर और बंडा बस स्टैंड मंदिर के कुछ वीडियो शहर में वायरल हुए। इस वीडियो में नंदी चम्मच से दूध पी रहे थे। जैसे ही लोगों ने ये वीडियो देखा वे फौरन मंदिर की ओर दौड़ पड़े। कुछ ही देर में मंदिर में भक्तों का तांता लग गया। हर कोई चम्मच में दूध लेकर नंदी को पिलाने की जुगत में था। मंदिर में मौजूद भक्तों का कहना था कि नंदी सचमुच में दूध पी रहे हैं। जैसे ही उनके मुंह के सामने चम्मच लगाओ, दूध अचानक खत्म हो जाता है। वहीं शहर में कुछ लोग इसे अंधविश्वास बता रहे थे।
1995 में भी आया था ऐसा मामला
मालूम हो कि मूर्ति के दूध पीने का ये कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले वर्ष 1995 में भी ऐसी अफवाह पूरे देश में फैली थी कि भगवान शिव और गणेश जी की मूर्तियां दूध पी रही हैं। तब भी देशभर के मंदिरों में भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा था। बाद में पता चला था कि तांत्रिक चंद्रास्वामी के आश्रम से ये अफवाह उड़ाई गई थी। इसके बाद वर्ष 2012 में राजस्थान में गणेश जी के दूध पीने की बात सामने आयी। मध्य प्रदेश के रतलाम में भगवान कृष्ण के दूध पीने का मामला सामने आ चुका है। वहीं 2015 में प्रयागराज में नंदी के दूध पीने की बात सामने आयी थी। अब एक बार फिर नंदी के दूध पीने का मामला पीलीभीत में सामने आया है।
मालूम हो कि मूर्ति के दूध पीने का ये कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले वर्ष 1995 में भी ऐसी अफवाह पूरे देश में फैली थी कि भगवान शिव और गणेश जी की मूर्तियां दूध पी रही हैं। तब भी देशभर के मंदिरों में भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा था। बाद में पता चला था कि तांत्रिक चंद्रास्वामी के आश्रम से ये अफवाह उड़ाई गई थी। इसके बाद वर्ष 2012 में राजस्थान में गणेश जी के दूध पीने की बात सामने आयी। मध्य प्रदेश के रतलाम में भगवान कृष्ण के दूध पीने का मामला सामने आ चुका है। वहीं 2015 में प्रयागराज में नंदी के दूध पीने की बात सामने आयी थी। अब एक बार फिर नंदी के दूध पीने का मामला पीलीभीत में सामने आया है।