घायल को नहीं मिली एंबुलेंस अमरिया क्षेत्र में छह साल से बाघ का आतंक है। यहां के गांव बरा मझलिया के रहने वाले 50 साल के रामऔतार गांव के कुछ लोगों के साथ नदी किनारे पशु चरा रहे थे। रामऔतार के पशु गन्ने के खेत के पास पहुंच गए। वह उन्हें पकड़ने गया तो खेत से निकले बाघ ने उन्हें दबोच लिया। चीख पुकार सुनकर गांव के लोग उनकी ओर दौड़े। इस पर बाघ ग्रामीण को छोड़कर चला गया। रामऔतार को घायल देख ग्रामीणों ने एम्बुलेंस को फोन किया, लेकिन वह नहीं पहुंची। इस पर ग्रामीण उसे ट्रेक्टर से गांव ले आए।
वन विभाग पर ग्रामीणों का आरोप सीएचसी में प्राथमिक उपचार देने के बाद उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। एक साल की खामोशी के बाद अब बाघ की चहलकदमी शुरू होने के बाद अमरिया क्षेत्र के ग्रामीण फिर दहशत में आ गये हैं। ग्रामीणों का अब वन विभाग पर आरोप है कि वन विभाग मात्र खानापूरी कर रहा है, अगर वो चाहता ता उनके खेतों में पल रहे बाघ पकड़े गये होते। वहीं टाइगर रिजर्व के डीडी आदर्श कुमार का कहना है कि अभी पुष्टि नहीं की जा सकती है कि हमला किसने किया है। नदी किनारे अक्सर अन्य जंगली जानवर भी घूमते रहते हैं जांच के बाद ही पता चलेगा कि हमला किसने किया है।