माला रेंज के महुआ गांव की है घटना
पीलीभीत टाईगर रिजर्व से निकले बाघ लगातार इंसानों पर हमलावर होते जा रहे है। एक सप्ताह में दूसरी बार बाघ ने ग्रामीण पर हमला किया है। माला रेंज के पास गांव महुआ में एक ग्रामीण युवक खेमकरन अपने पिता रामबहादुर के साथ खेतों में पानी लगा रहा था। इसी बीच खेत के बीचों बीच छिपे बाघ ने उस पर हमला कर दिया। जैसे ही बाघ का हमला हुआ खेमकरन जमीन पर लेट गया। इसके चलते केवल पैरों पर ही उसका हमला हो पाया। साथ में खडे पिता रामबहादुर पर बाघ ने हमले का प्रयास किया लेकिन उनके हाथ में फावडा था, जिससे बाघ को धकेल दिया। घटना के समय खेमकरन की पत्नी कलावती खेत पर पति और ससुर को खाना देने गई थी। उसने इस घटना पर शोर मचा दिया तो वहां काफी संख्या में खेतों पर काम कर रहे ग्रामीण दौड पडे। घटना की जानकारी वन विभाग को दी गई। घायल को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डाक्टरों के अनुसार घायल खेमकरन के पैरों में नाखूनों से आधा इंच का घाव हो गया है।
उपनिदेशक आदर्श कुमार ने बताया
इधर पीलीभीत टाईगर रिजर्व के उपनिदेशक आदर्श कुमार ने बताया कि बाघ ने घायल पर हमला नहीं किया है, बल्कि बाघ को देखकर वह घबरा गया और इसमें उसने दौड लगा दी। आपाधापी में दौड लगाने से वह नीचे गिर गया। घायल और उसके पिता फिलहाल भयभीत है। भले ही हमले में उसे ज्यादा चोट नहीं है, फिर भी बाघ के नाम से ही भयभीत है। वहीं रामबहादुर ने कहा कि यह घटना दो से तीन मिनट की हुई। हो सकता है कि फावडे से बाघ भी घायल हुआ हो।