ये था मामला
24 जुलाई, 2019 की दोपहर में पूरनपुर थाना के मटैना के रहने वाला श्याम मोहन उम्र 21 साल अपने खेत पर काम कर रहा था। तभी पास के खेत में छिपी बाघिन श्याम मोहन पर झपट पड़ी, जिसके चिलाने की आवाज सुन पास के खेत में काम कर रहे बलवीर, रामवृक्ष, रमेश, राधेश्याम, रामसरन, कमल सिंह, दीपक और लक्ष्मण उसे बचाने गए। बाघिन ने उन पर भी हमला कर दिया। हमले में घायल श्याम मोहन, रामवृक्ष और बलवीर की हालत नाजुक होने पर उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। इसके बाद भीड़ जमा हो गई और बाघिन की जमकर पिटाई की। पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों ने उन्हें जैसे-तैसे शांत किया। इस मामले में 43 लोगों के खिलाफ पूरनपुर कोतवाली में अभियोग दर्ज किया गया है।
24 जुलाई, 2019 की दोपहर में पूरनपुर थाना के मटैना के रहने वाला श्याम मोहन उम्र 21 साल अपने खेत पर काम कर रहा था। तभी पास के खेत में छिपी बाघिन श्याम मोहन पर झपट पड़ी, जिसके चिलाने की आवाज सुन पास के खेत में काम कर रहे बलवीर, रामवृक्ष, रमेश, राधेश्याम, रामसरन, कमल सिंह, दीपक और लक्ष्मण उसे बचाने गए। बाघिन ने उन पर भी हमला कर दिया। हमले में घायल श्याम मोहन, रामवृक्ष और बलवीर की हालत नाजुक होने पर उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। इसके बाद भीड़ जमा हो गई और बाघिन की जमकर पिटाई की। पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों ने उन्हें जैसे-तैसे शांत किया। इस मामले में 43 लोगों के खिलाफ पूरनपुर कोतवाली में अभियोग दर्ज किया गया है।
रात में बाघिन ने तम तोड़ा
पिटाई से घायल बाघिन ने 24 जुलाई, 2019 की रात को दम तोड़ दिया। घायल बाघिन पास के ही खेतों में जाकर छिप गई थी। रात हो जाने के कारण वन विभाग की टीम बाघिन को पकड़ नहीं सकी। वन विभाग के अफसरों को अगले दिन बाघिन की मौत की सूचना मिली। सूचना मिलते ही अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर शव कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। माला रेंज में डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। बिसरा का सैम्पल परीक्षण के लिए भारतीय पशु चिकित्सा एवं अनुसंधान बरेली भेजा गया है।
पिटाई से घायल बाघिन ने 24 जुलाई, 2019 की रात को दम तोड़ दिया। घायल बाघिन पास के ही खेतों में जाकर छिप गई थी। रात हो जाने के कारण वन विभाग की टीम बाघिन को पकड़ नहीं सकी। वन विभाग के अफसरों को अगले दिन बाघिन की मौत की सूचना मिली। सूचना मिलते ही अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर शव कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। माला रेंज में डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। बिसरा का सैम्पल परीक्षण के लिए भारतीय पशु चिकित्सा एवं अनुसंधान बरेली भेजा गया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा, पिटाई से मौत
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि बाघिन की मौत कुंद और धारदार हथियारों से आई चोटों, कई हड्डियां टूटने और अधिक खून बहने के कारण हुई थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि बाघिन के शरीर पर घाव और चोटों के बहुत निशान हैं। इससे सप्ष्ट होता है कि ग्रामीणों ने बाघिन को पीट-पीटकर मारने का अपराध किया है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि बाघिन की मौत कुंद और धारदार हथियारों से आई चोटों, कई हड्डियां टूटने और अधिक खून बहने के कारण हुई थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि बाघिन के शरीर पर घाव और चोटों के बहुत निशान हैं। इससे सप्ष्ट होता है कि ग्रामीणों ने बाघिन को पीट-पीटकर मारने का अपराध किया है।
31 नामजद और 12 अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट
प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील पांडेय ने बताया कि ग्रामीणों ने बाघिन को लाठी और सूजा से बुरी तरह से पीटकर घायल किया था। इतना बड़ी घटना पूरे प्रदेश में पहली बार हुई है। इस अपराध में शामिल 31 नामजद और 12 अज्ञात के खिलाफ पूरनपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक सुनील पांडेय ने बताया कि ग्रामीणों ने बाघिन को लाठी और सूजा से बुरी तरह से पीटकर घायल किया था। इतना बड़ी घटना पूरे प्रदेश में पहली बार हुई है। इस अपराध में शामिल 31 नामजद और 12 अज्ञात के खिलाफ पूरनपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया।
तीसरे दिन लखनऊ में एक किसान की मौत
बाघिन के हमले से गंभीर रूप से घायल दो लोगों की हालत बिगड़ने पर लखनऊ रेफर किया गया था। एक घायल राधेश्याम पुत्र ठगाई लाल की लखनऊ में इलाज के दौरान 26 जुलाई, 2019 को तड़के मौत हो।
बाघिन के हमले से गंभीर रूप से घायल दो लोगों की हालत बिगड़ने पर लखनऊ रेफर किया गया था। एक घायल राधेश्याम पुत्र ठगाई लाल की लखनऊ में इलाज के दौरान 26 जुलाई, 2019 को तड़के मौत हो।