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गोमती पर जारी होगा श्वेतपत्र

locationपीलीभीतPublished: Sep 01, 2018 10:56:18 pm

सीडीओ करेंगे जांच, जिलाधिकारी ने की घोषणा।

DM Pilibhit

गोमती पर जारी होगा श्वेतपत्र

पीलीभीत। गोमती स्थल पर कराये गए निर्माण कार्य और उसके आय-व्यय के संबंध में श्वेत पत्र जारी किया जाएगा। यह घोषणा आज जिलाधिकारी डॉ. अखिलेश मिश्र ने कहा। इसके लिए उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी विजय कृष्ण भागवत को जांच अधिकारी बनाया है।
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पिछले दो दिनों से समाचार पत्रों में गोमती नदी को लेकर सुर्खियां बनने पर आज जिलाधिकारी डॉ.अखिलेश मिश्र ने भावुक होते हुए अपना पक्ष रखा। साथ ही जिलाधिकारी ने यह भी कहा है कि जब तक जांच नहीं हो जाती है, तब तक वहां कोई भी नया निर्माण कार्य नहीं कराया जाएगा। साथ ही साथ उन्होंने एसडीएम को आदेश दिया है कि जिन व्यापारियों का बकाया है, उसका भुगतान करा दिया जाए। यदि बहुत ही आवश्यक हो तो निर्माण कार्य कराया जाए। चूंकि गोमती माता का मंदिर निर्माणाधीन है।
स्थानीय गांधी सभागार में आज आयोजित पत्रकारवार्ता में उन्होंने कहा कि जब वे पीलीभीत में आये थे, तो उन्होंने गोमती पर एक कार्यक्रम में गया था, स्थानीय लोगों का गोमती के प्रति उत्साह को देखकर उन्होंने यहां कार्य कराने आरंभ किया।
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जिलाधिकारी ने बताया कि एक समय ऐसा था कि वहां शाम छह बजे के बाद गोमती उद्गम स्थल के आसपास तक नहीं जाते थे। आज वहां जौनपुर के एक स्वामी जी सहित दर्जनों साधु समाज रहता है। ओमकारनाथ की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि वे लखनऊ में काफी समय रहे हैं, अनेक सामाजिक कार्योंं में उनकी सक्रिय भूमिका रहती थी। ओमकारनाथ ने उनसे गोमती पर कार्य करने की इच्छा प्रकट की थी, इसलिए उनको सेवा का अवसर दिया गया। वे निलंबित चल रहे हैं, इसकी जानकारी उनको बाद में मिली थी। निलंबन से कोई दोषी ठहराया नहीं जा सकता। शीला सैनी गोमती सेविका के संबंध में जिलाधिकारी का कहना था कि उसकी व्यक्तिगत जानकारी नगण्य है। वह स्वेच्छा से गोमती पर कार्य करती है। जब उनको जानकारी मिली कि उसका आमदनी का स्त्रोत नहीं है तो उन्होंने ट्रस्ट से उसको मानदेय दिलाने का प्रस्ताव किया, तीन चार माह बाद उसको मानदेय दिया गया। वह गोमती पर सुबह शाम आरती तथा सफाई कार्य करती है। जबकि रतनगिरी आज भी चढ़ावे का पैसा लेते है,उनको पर्याप्त सम्मान दिया जाता है।
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