एच.राजा मोहन ने कहा
कार्यशाला को संबोधित करते हुए डॉ एच राज मोहन ने कहा कि पिछले 10 वर्षों से जंगल के भीतर जंगली जानवरों में बढ़ोतरी हो रही है जिस के कारण जंगली जीव जंतु जंगल से बाहर आने को मजबूर है। ऐसे में हमें जंगल के किनारों पर कड़ी निगाह रखने होगी जिस से मानव वन्यजीव संघर्ष न हो सके वन कर्मचारियों द्वारा छोटी-छोटी जानकारी जिला मुख्यालय तक पहुंचाई जाए जिस से जल्द से जल्द जंगल से सटे गांवों में जहां वन्य जीव की मौजूदगी है वह स्टॉफ मौजूद किया जाए।
डीडी आदर्श कुमार ने कहा
इस के बाद पीलीभीत टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर आदर्श कुमार ने सभी को चौकस और मुस्तैदी से ड्यूटी करने के निर्देश दिए और टाइगर सेल जो पीलीभीत मुख्यालय पर स्थापित किया गया है। उसमें रोजाना वन जीवन की जानकारी वह जंगल से आबादी की तरफ आने वाले जीव जंतु के पग मार्ग की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए सबको नसीहत दी।
पी.सी. पाण्डे ने कहा
इधर डब्लूटीआई से आए प्रेमचंद्र पांडे ने जंगल से सटे 275 गांववासियों से स्टाफ को घुल मिलकर रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अगर जंगल का स्टाफ ग्राम वासियों से मिलजुल कर रहेगा और भविष्य में कभी वन्यजीव द्वारा कोई घटना किसी गांव में हुई तो वहां के लोग वन विभाग का पक्ष में खड़े रहेंगे। और वन जीव की रक्षा करने वाले कर्मचारियों पर कोई मुसीबत नहीं आएगी। इसी के साथ जंगल से सटे गांव में जो लोग वन्य जीवन के खिलाफ रहते हैं यह जो लोग वन विभाग के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलते हैं। उन पर भी कड़ी निगाह रखने की जरूरत है और ऐसे लोगों को विभागीय सूची में दर्ज किया जाए कि अगर भविष्य में कोई वन्यजीव द्वारा घटना होती है तो ऐसे लोगों पर निघा रखी जाए। एक अच्छा व्यवहार पूरे विभाग की शान बन सकता है। इसलिए सब लोगों को ग्राम वासियों से मिल जुल कर रहना चाहिए। उन्होंने एक बात और स्पष्ट कर दी के वन कर्मचारी जंगल के मालिक नहीं बलके रक्षक हैं। राष्ट्रीय पशु व पीलीभीत में फैला विशाल जंगल के असली मालिक जनता है वन विभाग कर्मचारियों को सिर्फ वन्य जीवन की सुरक्षा के लिए सरकार ने नियुक्त किया है। अगर वन्य जीवन के साथ कोई भी खिलवाड़ किया जाए तो उस पर वन अधिनियम के तहत कड़ी कार्यवाही करने का हक भारतीय संविधान वन विभाग को देता है।
यह रहे मौजूद
इस मौके पर डॉक्टर दक्ष गंगवार, रेंजर गिरिराज सिंह, राजकुमार शर्मा, वजीर हसन, प्रमोद गुप्ता, डिप्टी रेंजर राकेश कुमार चित्तौड़िया, शंकर लाल, एसपी वर्मा, दिनेश गिरी, सिद्दीक मोहम्मद, राजेंद्र कुमार, मंगली प्रसाद, शाहिद काफी स्टाफ मौजूद रहा है।